Singrauli News : नगर पालिका निगम सिंगरौली क्षेत्रान्तर्गत नाले और नालियां कचरे से भरी पड़ी हैं। इनकी हालत इतनी खस्ता है कि गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है। महीनों से चोक नालियों से अब बदबू आने लगी है, लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। वहीं जिम्मेदारों का नहीं इस ओर कोई ध्यान नहीं है।
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि एक तरफ जहां सरकार सफाई अभियान को लेकर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, वहीं जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते सरकार की मंशा पर पानी फिर रहा है। कुछ ऐसा ही हाल नगर पालिका निगम सिंगरौली का है। सफाई के अभाव में बनी नालियों में कूड़ा-कचरा पटा हुआ है। नगर की मुख्य सड़कों पर पड़े कूड़े एवं जाम नालियों में कीड़ों को देख ऐसा प्रतीत होता है कि इस नगर पालिका निगम के जिम्मेदारों पर सरकार के आदेश का भी कोई खास असर नहीं पड़ा है। जिम्मेदार नगर की साफ-सफाई पर ध्यान न देकर सरकार के स्वच्छ भारत मिशन अभियान की धज्जियां उड़ा रहे हैं। अगर समय रहते इस पर नियंत्रण नहीं पाया गया तो नगर में कई संक्रामक बीमारियां अपना पांव पसार सकती हैं। साफ-सफाई की हालत यह है कि नगर के मुख्य सड़क पर ही बनी नालियां पिछले कई हफ्तों से सफाई के अभाव में कचरे से पटे हुई हैं। इन जाम पड़ी नालियों पर विभिन्न प्रकार के कीटाणुओं ने अपना बसेरा बना लिया है। नालियों से उठ रही दुर्गंध से दुकानदारों का दुकान में रहना एवं राहगीरों का सड़क पर चलना भी दूभर हो गया है।
रहवासियों का कहना है कि स्वच्छता हेल्पलाइन, नगर निगम के कर्मचारियों व जनप्रतिनिधियों को फोन करने के बावजूद निगम के द्वारा साफ सफाई नहीं की जाती है उदास होकर स्वच्छता हेल्पलाइन में फोन करना बंद कर दिये हैं क्योंकि कोई सुनता ही नहीं है।वही आमजन बताते है कि स्वच्छ्ता के नाम पर प्रचार प्रसार व जन जागरूकता अभियान कार्यक्रम लगातार चलाया जा रहा है लेकिन सफाई के नाम पर एक कोरम सा रह गया है वही आम जनता के टैक्स के पैसे की केवल बर्बादी दिख रहा है और ऐसे मे नगर निगम सिंगरौली के संबंधित अधिकारी मात्र प्रचार प्रसार में व्यस्त जबकि जमीनी हकीकत में स्वच्छता नगरी क्षेत्र में कोसों दूर है।
सिंगरौली से राघवेन्द्र सिंह गहरवार की रिपोर्ट