सिंगरौली में कोयला निकालने वाली कंपनियों की मनमानी से लोगों में भय का माहौल, नियमों को ताक पर रखकर हो रही हैवी बलास्टिंग

सिंगरौली में माइनिंग कंपनियों द्वारा मनमानी की जा रही है। आए दिन यहां हैवी ब्लास्टिंग की जाती है, जिससे आसपास के इलाकों में काफी ज्यादा प्रभाव देखने को मिल रहा है। वहीं, लोगों में भी आक्रोश बना हुआ है।

Sanjucta Pandit
Published on -

Singrauli News : मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले से बड़ी खबर सामने आई है, जब कोयला निकालने की खबरें लगातार सामने आ रही है। बता दें कि कुछ समय पहले पूर्व जिला कलेक्टर ने कोयला निकालने के लिए की जा रही ब्लास्टिंग में मानकों का पालन करने के निर्देश दिए थे। इससे लोगों को कुछ राहत मिली थी, लेकिन एक बार फिर अब कोयला निकालने वाली कंपनियों की मनमानी शुरू हो गई है।

दरअसल, अमलोरी और मुहेर में इन दिनों ब्लास्टिंग इतनी तेज हो रही है कि आसपास के इलाक में रहने वाले लोगों के अलावा जिला मुख्यालय तक थर्रा उठता है। इन धमाकों के कारण आसपास के घरों में आए दिन दरारें पड़ रही हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।

लोगों में आक्रोश

धमाकों से न केवल नजदीकी इलाके बल्कि जिला मुख्यालय वैढ़न से लेकर खुटार, ढेंकी और करकोसा तक का क्षेत्र भी कांप उठता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कोल माइंस कंपनियां मानकों को दरकिनार कर अनियंत्रित हैवी ब्लास्टिंग करती हैं। जिससे आसपास के इलाकों में काफी गहरा प्रभाव देखने को मिलता है। इससे लोगों में काफी ज्यादा आक्रोश भी देखने को मिल रहा है।

धमाके की आवाज से लगेगा डर

सिंगरौली को MP की ऊर्जा राजधानी के नाम से जाना जाता है, लेकिन यहां प्रवेश करते ही तेज धमाकों से स्वागत होता है। इससे आप आसानी से पता लगा सकते हैं कि कोई बड़ा ब्लास्ट हुआ है। इसकी आवाज इतनी तेज होती है कि कोई पहली बार यहां, तो आवाज को सुनकर डर जाए। हालांकि, स्थानीय निवासी इन धमाकों के आदी हो चुके हैं, जो रोजाना दोपहर में होती है।

सिंगरौली, राघवेन्द्र सिंह गहरवार


About Author
Sanjucta Pandit

Sanjucta Pandit

मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

Other Latest News