स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि पर राष्ट्र ने किया नमन, सीएम डॉ. मोहन यादव और बीजेपी अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने दी श्रद्धांजलि

स्वामी विवेकानंद ने कर्मयोग को जीवन का आधार माना है। उन्होंने निस्वार्थ कर्म और मानवता की सेवा पर जोर दिया। वे मानते थे कि सच्ची आध्यात्मिकता दूसरों की सेवा में है। उन्होंने युवाओं को अपनी आंतरिक शक्ति पहचानने और लक्ष्य के लिए केंद्रित रहने को प्रेरित किया। वे ऐसी शिक्षा की वकालत करते थे जो व्यक्ति को आत्मनिर्भर और चरित्रवान बनाए।

आज स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि है। प्रख्यात आध्यात्मिक गुरु, दार्शनिक, विचारक और समाज सुधारक स्वामी विवेकानंद की 123वी पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।

स्वामी विवेकानंद का 1893 का शिकागो भाषण विश्व इतिहास की सबसे प्रेरक घटनाओं में गिना जाता है। उन्होंने जब “Sisters and Brothers of America” कहकर सभा को संबोधित किया तो सभागार तालियों से गूंज उठा।
इस भाषण ने भारत को सर्वधर्म समभाव, वेदांत दर्शन और मानव एकता के विचारों को वैश्विक चेतना के साथ जोड़ा और दुनिया के ‘वसुधैव कुटुंबकम’ का संदेश दिया।

स्वामी विवेकानंद की शिक्षा आज भी है प्रासंगिक

स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ। असली नाम नरेंद्रनाथ दत्त था। वे रामकृष्ण परमहंस के शिष्य थे और उन्होंने पश्चिम में भारतीय वेदांत, योग और सनातन दर्शन को विश्व पटल पर स्थापित किया। उन्होंने रामकृष्ण मिशन और रामकृष्ण मठ की स्थापना की जो मानवता की सेवा और आध्यात्मिक जागरण के लिए समर्पित हैं। स्वामीजी ने युवाओं को आत्मविश्वास, कर्मयोग और सेवा के महत्व पर बल दिया। उनके विचार “उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए” आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। 4 जुलाई 1902 को 39 वर्ष की आयु में बेलूर मठ में उन्होंने महासमाधि ली। उनकी शिक्षा और विचार आज भी दुनियाभर में लाखों लोगों को प्रेरित करते हैं।

सीएम डॉ. मोहन यादव ने दी श्रद्धांजलि

सीएम डॉ. मोहन यादव ने स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने कहा कि ‘दर्शन, वेद एवं योग के माध्यम से विश्व कल्याण का मार्ग दिखाने वाले, परम श्रद्धेय स्वामी विवेकानंद जी की पुण्यतिथि पर सादर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। राष्ट्रसेवा के संकल्प को साकार करने के लिए श्रेष्ठ जीवन आदर्श की प्रेरणा देकर आपने युवाओं का मार्ग प्रशस्त किया। आपके प्रखर विचार एवं कृतित्व देश की अमूल्य धरोहर हैं।’

हेमंत खंडेलवाल ने उनकी दिखाई राह पर चलने का आह्वान किया

बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने भी उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए हैं और कहा है कि ‘ओजस्वी वक्ता, युग प्रवर्तक एवं युवाओं के प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानंद जी के निर्वाण दिवस पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। वेदांत ज्ञान और अध्यात्म की पवित्र ज्योत से आलोकित भारतीय सनातन संस्कृति को वैश्विक पटल पर उन्होंने पुनर्स्थापित किया, विश्व के लिए मानवता के कल्याण का अद्वितीय मार्ग प्रशस्त किया। श्रद्धेय स्वामी विवेकानंद जी का आदर्शमय जीवन हम सभी को राष्ट्र के उत्थान हेतु कार्य करने के लिए सदैव प्रेरित करता रहेगा।’


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Shruty Kushwaha

Shruty Kushwaha

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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