मध्य प्रदेश (MP) को भारत का दिल कहा जाता है। यह राज्य देश की शान है, जहां आपको संस्कृति, सभ्यता, विरासत का अनोखा संगम देखने को मिलेगा। यहां एक से बढ़कर एक टूरिस्ट डेस्टिनेशंस हैं। इस राज्य से निकलकर फिल्म इंडस्ट्री में कलाकारों ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। शिक्षा जगत में भी छात्रों ने नाम रोशन किया है। यहां एक से बढ़कर एक विश्वविद्यालय हैं, जहां चारों दिशाओं के छात्र पढ़ने के लिए आते हैं। इसी राज्य में देश का सबसे स्वच्छ शहर भी मौजूद है। यहां के लोग बिजनेस में भी आगे हैं और सरकारी नौकरी पाने की भी जुनूनियत से भरे हैं। यहां एक से बढ़कर एक टूरिस्ट डेस्टिनेशंस हैं, जहां सालों भर पर्यटकों का आना-जाना रहता है। इनमें से कुछ हिल स्टेशन हैं, तो कुछ धार्मिक स्थल भी हैं। इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है।
अधिकतर लोग ऐसा सोचते हैं कि बादलों के बीच सैर करने के लिए शिमला और मनाली जैसे हिल स्टेशन ही जाना पड़ता है, लेकिन वह बिल्कुल गलत है।

आप भी जाएं
यदि आप मध्य प्रदेश में रहते हैं, या फिर एमपी एक्सप्लोर करते वक्त किसी ऐसी जगह की तलाश में हैं, जहां बादलों के बीच सैर किया जा सके, तो आज का यह आर्टिकल आपके लिए फायदेमंद होने वाला है। दरअसल, आज हम आपको राज्य के उस स्पॉट के बारे में बताएंगे, जो पहाड़ियों पर बसा हुआ है। यहां का शांत वातावरण पर्यटन के लिए पहली पसंद बन रहा है। यहां जाने के लिए आपको अधिक रुपए भी खर्च करने की जरूरत नहीं है।
जाम गेट
दरअसल, इस जगह का नाम जाम गेट है, जो कि विद्यांचल की पहाड़ियों में लगभग 2000 फीट की ऊंचाइयों पर बसा हुआ है। मानसून के समय यहां का नजारा बेहद खूबसूरत और अलग नजर आता है। चारों ओर हरियाली, बादलों की चादर, खुला आसमान और शांत वातावरण लोगों की पहली पसंद बन रहा है। अक्सर लोग वीकेंड में अपनी फैमिली, पार्टनर या फिर फ्रेंड्स के साथ यहां जाना पसंद कर रहे हैं। यहां का दृश्य पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है।
ऐतिहासिक दरवाजा
जाम गेट, इंदौर और खरगोन जिले की सीमा पर स्थित है, जो कि एक ऐतिहासिक दरवाजा है। ऊंची पहाड़ी के किनारे बना यह विशाल दरवाजा, एक जमाने में राजशाही प्रवेश द्वार हुआ करता था, लेकिन आज यह पर्यटकों का नया फेवरेट व्यू बन रहा है। यहां जाने के बाद आपको ऐसा लगेगा कि आप किसी फिल्म के सीन में खड़े हैं या भगवान ने स्वर्ग का दरवाजा खोल दिया हो। यहां आने वाले पर्यटक सुबह-सुबह कोहरे का लुफ्त उठाते हैं। यहां आपको ऐसा लगेगा कि आप बादलों के बीच चल रहे हैं।
एडवेंचर
यहां आप ट्रेकिंग, बाइक राइडिंग, कपल फोटोशूट करवा सकते हैं। मानसून के सीजन में यहां पर्यटकों की संख्या में काफी ज्यादा इजाफा देखने को मिल रहा है। खासकर युवा वर्ग यहां पर इंस्टाग्राम रील और एडवेंचर वीडियो बनाने के लिए पहुंच रहे हैं। इसके अलावा, जो लोग अपनी जिंदगी की भागदौड़ से परेशान हो चुके हैं, वे शांति पाने के लिए इस जगह आ रहे हैं। यहां आपको होटल में रुकने के लिए अधिक रुपए भी खर्च करने की जरूरत नहीं है और ना ही यहां पर बहुत ज्यादा भीड़ देखने को मिलेगी। ऐसे में आप शांत और खूबसूरत व्यू में मजा उठा सकते हैं।
इतिहास
जाम गेट के इतिहास की बात करें, तो यह खरगोन जिले की महेश्वर तहसील के अंतर्गत आने वाले विद्यांचल पर्वत श्रृंखला के शिखर पर बना हुआ है। साल 1791 में इंदौर रियासत की महारानी देवी अहिल्याबाई होल्कर ने इसका निर्माण करवाया था। यह इंदौर से करीब 58 किलोमीटर और खरगोन से लगभग 70 किलोमीटर दूर है। बारिश के दौरान यहां का नजारा बेहद खूबसूरत और हरा-भरा हो जाता है।