इंदौर, आकाश धोलपुरे। मध्यप्रदेश में नर्सेस एसोसिएशन अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर है और इसका असर स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी देखा जा रहा है। हड़ताल पर बैठे एसोसिएशन के समर्थन में बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की नर्सों ने भी मोर्चा संभाल लिया और उन्होंने नर्सो की 12 सूत्रीय मांगों को लेकर अपना समर्थन दे दिया है। ये ही वजह है कि अब तक हड़ताल से दूर रहे पीसी सेठी अस्पताल के नर्सिंग स्टॉफ ने भी हड़ताल शुरू कर बुधवार को हल्ला बोल प्रदर्शन किया।
हाथों में सरकार विरोधी नारों की तख्तियां लेकर इंसाफ की गुहार लगाने वाली नर्सो ने पीसी सेठी अस्पताल के गेट पर जमकर प्रदर्शन कर नारेबाजी भी की। पीसी सेठी हॉस्पिटल की स्टॉफ नर्स दीक्षा मौर्या ने बताया कि सभी जिलों में हड़ताल चल रही है लेकिन इंदौर जिले के पीसी सेठी हॉस्पिटल में कल तक काम जारी था। आज से यहां की नर्सेस भी स्ट्राइक पर है और इसके लिए हमने सभी जगह पर ज्ञापन सौंपकर मांग की है सभी नर्सेस को समान कार्य समान वेतन लागू किया जाए और 2018 के 70, 80 व 90 प्रतिशत के आदेश निरस्त किये जायें।
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नर्सिंग स्टॉफ की मांग है कि जो भी नई अपॉइंटमेंट नर्सेस है उनको शत प्रतिशत वेतन दिया जाए। वही उच्च शिक्षा के लिए नर्सेस को अधिकार मिलने के साथ ही ग्रेड बढ़ाने की मांग इंदौर में उठाई गई। जिस तरह से अन्य जिलों स्टॉफ नर्स का पद नर्सिंग ऑफिसर कर दिया गया है उसी तर्ज पर इंदौर में ये व्यवस्था लागू की जाए। उन्होंने बताया पूरे प्रदेश का स्वास्थ्य नर्सेस एसोसिएशन का समर्थन कर रहा है।
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स्वास्थ्य विभाग की नर्सेस ने सरकार को चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नही होती है तब तक पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा नर्सिंग स्टॉफ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेगा। वही आपको बता दे कि हाई कोर्ट में हड़ताल को लेकर सुनवाई भी होनी है। ऐसे में हड़ताल अवैध करार दिए जाने पर प्रदेश की सभी नर्सो ने सामूहिक इस्तीफा देने की चेतावनी भी दी है।
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