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मंदिर में चोरी करने गया चोर सोया, पुलिस ने उठाया तो बोला- अभी सोने दो, ठंड लग रही है

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शाजापुर,डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में आए दिन चोरी और लूट की घटनाएं इतनी सामने आती है कि अब ये घटनाएं आम बात हो गई है। प्रदेश के शाजापुर (shajapur) से चोरी की घटना का एक ऐसा अजब गजब मामला सामने आया है जहां चोर (thief) चोरी करते वक्त सो (slept) गया। वहीं जब सूचना मिलने  पर सुबह पुलिस (Police) उसे पकड़ने पहुंची और उसने युवक को उठाया तो चोर ने पुलिस से कहा कि मुझे अभी सोने दो, बहुत ठंड लग रही है।

दरअसल शाजापुर के माता मंदिर (Mata Temple) में रविवार रात एक चोर चोरी की नियत से मंदिर में घुस गया, जहां उसके द्वारा त्रिशूल की मदद से मंदिर के पास ही बने एक कमरे (Room) को खोल दिया गया। चोर ने कमरे में रखा सारा सामान समेट लिया और भागने के लिए वो पूरी तरह से तैयार ही था कि इसी बीच चोर की नजर पास में पड़े पलंग (bed) पर पड़ी, तो चोर थोड़ी देर के लिए लेट गया और उसकी नींद (slept) लग गई।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।