भारत में एक-से-बढ़कर-एक घूमने करने वाली जगह है। ऐसे में देश का दिल कहे जाने वाले मध्य प्रदेश कई किलो के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यहां सालों भर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। धार्मिक स्थल से लेकर हिल स्टेशन लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। इसके अलावा, विलेज टूरिज्म भी इन दोनों सैलानियों की पहली पसंद बन रहा है। ऐसे में केंद्र और राज्य सरकार मिलकर पर्यटन को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है।
मध्य प्रदेश का अटेर किला हो या फिर रायसेन का किला हो… राज्य की शान कहलाते हैं, लेकिन आज हम आपको उस किला के बारे में बताएंगे, जो भारत में सबसे बड़ा है। यह खूबसूरत आर्किटेक्चर के लिए प्रसिद्ध है।
ग्वालियर किला (Gwalior Fort)
दरअसल, इस किले का नाम ग्वालियर किला है, जो कि भारत का तीसरा सबसे बड़ा किला है। यहां लोगों को शानदार आकृति और शैली देखने को मिलेगी। इसके लिए का इतिहास और वास्तुकला बहुत ही प्रभावशाली रहा है। सालों भर यहां पर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। 8वीं शताब्दी के दौरान इसके लिए का निर्माण करवाया गया था। तब से यहां कई राजवंशों ने शासन किया। जिनमें तोमर, मुगल, मराठा और सिंधिया प्रमुख शासक रहें।
बेहतरीन नक्काशी
आज भी इसकी सुंदरता देखने लायक है। बिना किसी आधुनिक मशीन का इस्तेमाल किया पत्थरों पर जो नक्काशी उतारी गई है, वह देखने लायक है। इस भव्य किले को देखने के लिए दूर दराज से लोग आते हैं। बता दें कि इस किले के भीतर मान मंदिर महल, तेली का मंदिर और गुजरी महल है। पहाड़ की चोटी पर बसा यह किला बहुत ही खूबसूरत लगता है। यहां से आपको पूरे शहर का नजारा देखने को मिलेगा। यहां पर्यटक सूर्योदय और सनसेट का अद्भुत नजारा भी देख सकते हैं और इसे अपने कमरे में कैद कर सकते हैं।
जानें टाइम
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह किला हर दिन सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है। यदि आपको कभी मौका मिले, तो आप भी ग्वालियर जाकर इस किले को जरूर एक्सप्लोर करें। यहां आपको इतिहास का अनोखा उदाहरण देखने को मिलेगा।





