Indore Ragging : इंदौर के महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में हुई रैगिंग के मामले में पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद सीनियर स्टूडेंट्स को गिरफ्तार किया गया। इन सब के पीछे एक महिला पुलिसकर्मी का सबसे बड़ा हाथ रहा है। जी हां बताया जा रहा है कि इंदौर के संयोगितागंज थाने में तैनात महिला पुलिसकर्मी शालिनी चौहान द्वारा मेडिकल कॉलेज में हो रही रैगिंग का खुलासा एक अनोखे अंदाज में किया गया।
दरअसल, शालिनी चौहान इस मेडिकल कॉलेज में फ्रेशर स्टूडेंट बनकर एडमिशन लेने के लिए पहुंची। यहां वह रोज कैंटीन में जाती थी और कुछ स्टूडेंट से उन्होंने दोस्ती भी कर ली थी। इसी दोस्ती के चलते धीरे-धीरे उन्होंने स्टूडेंट से बातचीत करना शुरू की और रैगिंग के बारे में सीनियर से पता लगाना शुरू किया। हालांकि कुछ लोगों ने उन्हें इसके बारे में कुछ भी नहीं बताया, लेकिन कुछ ऐसे स्टूडेंट्स थे जिन्होंने सब कुछ उन्हें बता दिया। जिसके बाद कॉलेज में हुई इस रेगिंग का खुलासा हुआ और छह सीनियर डॉक्टरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
इन सभी डॉक्टरों पर तरह-तरह से जूनियर्स को परेशान करने का आरोप लगा हुआ है। जानकारी के मुताबिक का खुलासा होने से पहले कुछ सीनियर डॉक्टर्स ने जूनियर्स के साथ समझौता कर लिया था। लेकिन उसके बाद भी पुलिस ने उन्हें नहीं बख्शा। पुलिस का यह अनोखा तरीका इन सीनियर डॉक्टरों को गिरफ्त में लाने का सबसे अलग था। अगर पुलिस यह तरीका नहीं अपनाती तो शायद ही महात्मा गांधी मेमोरियल कॉलेज में हो रही रैगिंग का खुलासा हो पाता।