छिंदवाड़ा, विनय जोशी। छिंदवाड़ा (Chhindwara) के लोगों की वर्षों पुरानी मांग को रेलवे ने स्वीकार कर लिया है। रेलवे ने नागपुर के इतवारी से छिन्दवाड़ा तक पैसेंजर ट्रेन की सौगात छिंदवाड़ावासियो को दे दी है। लेकिन खास बात ये है कि ट्रेन के शुभारंभ अवसर पर ही कांग्रेस (Congress) और भाजपा (BJP) दोनों दलों में श्रेय लेने की होड़ मची रही। दोनों ही दल अपनी अपनी पीठ थपथपाते नजर आए। छिन्दवाड़ा (Chhindwara) स्टेशन पर कांग्रेस (Congress) और भाजपा (BJP) के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ताओं ने अपने अपने नेताओं और पार्टियों के जिंदाबाद के नारे लगाए। इस दौरान विवाद की स्थिति बार-बार बनती रही।
दरअसल 16 वर्ष 3 माह 6 दिन पहले जिले के पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री कमल नाथ के सतत और अथक प्रयासों से स्वीकृत हुयी छिंदवाडा नागपुर बडी रेललाइन आमान परिवर्तन योजना का भूमिपूजन 15 मई 2005 को स्थानीय दशहरा मैदान मे कमल नाथ एवं केंद्रीय रेलमंत्री लालूप्रसाद यादव के हाथों सम्पन्न हुआ था। कमलनाथ (kamalnath) की जिले को दी गयी सबसे बडी सौगात के लिये कहा था कि ‘‘’शिव की जटा से लाये है गंगा सी ब्राडगेज, कमलनाथ तो हमारे लिये भागीरथ की तरह है’’ और तब से लेकर गत दिसंबर 2020 तक कमलनाथ (kamalnath) द्वारा जिलेवासियों की सपनों की ट्रेन को धरातल पर दौड़ाने के लिये किये गये प्रयास और रेलमंत्री लालूप्रसाद यादव, सुरेश प्रभु, राजेंद्र गोहाई से लेकर पीयूष गोयल तक को लिखे गये पत्र ने ये सौगात जिलेवासियों को दी है इसलिए कहा जा सकता है कि है कि छिंदवाडा नागपुर ट्रेन सिर्फ कमल नाथ की देन है।
छिंदवाडा नागपुर पेसेंजर ट्रेन का शुभारंभ का स्वागत करते हुये जिला कांग्रेस अध्यक्ष गंगाप्रसाद तिवारी ने कहा कि वर्ष 2005 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में स्वीकृत एवं वर्ष 2014 तक आकार पा चुकी यह परियोजना कमलनाथ की कर्मठ व दूरगामी सोच का परिणाम है। वहीं भाजपा के पूर्व विधायक चौधरी चंद्रभान सिंह कहा कि नागपुर बडी रेललाइन आमान परिवर्तन योजना का भूमिपूजन शुभारंभ सुंदरलाल पटवा ने किया था। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया।
बहरहाल ट्रेन नागपुर छिंदवाड़ा ट्रेन चलाने का श्रेय कोई भी राजनैतिक दल ले लेकिन इसका लाभ पूरे क्षेत्र की जनता को मिलेगा। ट्रेन के शुभारम्भ मौके पर बड़ी संख्या में कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ता और नेता रेलवे स्टेशन पर मौजूद रहे और अपने अपने नेता का यशगान करते रहे।