नागदा। शहर से लगभग 4 किलोमीटर दूर गांव परमारखेड़ी के समीप मंगलवार सुबह एक बड़ा हादसा टल गया। यहां कोहरे के कारण एक स्कूल वेन और ट्रैक्टर की आमने सामने की टक्कर हो गई। गनीमत ही कि कोई जनहानि नहीं हुई हालांकि घटना में 11 बच्चे घायल हो गए। घटना के बाद गुस्साएं ग्रामीणों ने मार्ग को बंद कर बड़े वाहनों के प्रतिबंध करने की मांग करते हुए विरोध करने लगे।
जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह एक स्कूली मैजिक वाहन एमपी-13, टीए-3082 गांव किलोडिय़ा व परमारखेड़ी से 12 विद्यार्थियों को लेकर नागदा की ओर आ रही था। इस दौरान सुबह 8 बजे गांव परमारखेड़ी से निकलते ही मार्ग पर सामने से आ रहे एक ट्रैक्टर ने मैजिक को सामने से टक्कर मार दी। टक्कर होते ही वेन में सवार बच्चे घबरा गए और चिल्लाने लगे। घटना के बाद ट्रैक्टर चालक मौके से फरार हो गया। आवाज सुनकर तुरंत ग्रामीण मौके पर जमा हो गए और बच्चों को बाहर निकाला। सूचना मिलने के बाद मौके पर बिड़लाग्राम पुलिस ने पहुंचकर पंचनामा बनाया और दोनों वाहनों को जब्त कर लिया। दुर्घटना में जो बच्चे घायल हुए है उनके नाम हरिओम (12) पुत्र चेनसिंह गुर्जर, तनू (08) पुत्री दिनेश चावड़ा, जितेंद्र (06) पुत्र अमृत, छात्रा पुष्पा (12) पुत्री भगवती परामर, खुशी (06) पुत्री भरत, सभी निवासी गांव किलोडिया, छात्र करण (08) पुत्र मुकेश गुर्जर, हिमांशु (11) पुत्र मुकेश चंदेल, रुपेश (09) पुत्र ईश्वर, रोहित (08) पुत्र दिनेश गुर्जर, छात्रा निकिता (15) पुत्री मुकेश चंदेल, अंकिता (08) पुत्री मदन गुर्जर, सभी निवासी गांव परमारखेड़ी तथा चालक दिनेश घायल हो गया। दुर्घटना में हरिओम को अधिक चोट आई है। सभी को उपचार के लिए शासकीय अस्पताल ले जाया गया। घटना के बारे में जानकारी देते हुए मैजिक चालक दिनेश (35) पुत्र मोतीलाल गुर्जर निवासी गांव परमाखेड़ी ने बताया कि कोहरा अधिक होने से सामने से आ रहे वाहन नहीं दिख रहे थे, लेकिन ट्रैक्टर की आवाज सुन उसने मैजिक साईड में खड़ी कर दी, ट्रैक्टर चालक तेज गति से आए और खड़ी मैजिक में टक्कर मार दी।
ग्रामीणों ने की भारी वाहन पर प्रतिबंध लगाने की मांग
दुर्घटना के बाद परमाखेड़ी गांव के नाराज ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए और विरोध जताने लगे। ग्रामीणों को कहना था कि गांव में प्रधानमंत्री सडक़ योजना के तहत निर्माण कार्य हुआ था। लेकिन इस पर प्रतिदिन भारी वाहन निकलने से मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। रोजाना भारी वाहन निकलने से यहां आए दिन दुर्घटना होती है। ग्रामीणों ने पूरे मार्ग से भारी वाहन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।