Sandipani Ashram Ujjain: उज्जैन श्री कृष्ण की शिक्षा स्थली है और यहां स्थित सांदीपनि आश्रम में उन्होंने महर्षि सांदीपनि से शिक्षा प्राप्त की थी। हर साल गुरु पूर्णिमा महोत्सव यहां धूमधाम से मनाया जाता है और इस बार भी 3 जुलाई को गंगा, गोमती और प्रयागराज के जल से भगवान श्री कृष्ण और सांदीपनि मुनि का अभिषेक किया जाएगा। अभिषेक के पश्चात मोगरे और फूलों की नदियों से श्रृंगार किया जाएगा और विश्व शांति के लिए हवन का आयोजन भी होगा। इसके बाद देशभर से आने वाले बच्चों का विद्या आरंभ संस्कार भी करवाया जाएगा।
Sandipani Ashram में पाटी पूजन
सांदीपनी आश्रम में बीते 5 सालों से गुरु शिष्य परंपरा का पालन किया जा रहा है। यहां पर भगवान श्री कृष्ण अपने बड़े भाई बलराम के साथ शिक्षा ग्रहण करने के लिए आए थे। गुरु सांदीपनि ने पाटी पूजन करा कर उनका विद्या आरंभ संस्कार किया था। स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने सबसे पहले श्री गणेशाय नमः, श्री सरस्वतयैय नमः और गुरुवे नमः लिखकर विद्या की शुरुआत की थी।
देशभर से आएंगे लोग
गुरु पूर्णिमा के दिन आज भी पहली बार शिक्षा का आरंभ करने वाले बच्चों का विद्या आरंभ संस्कार करवाया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि सांदीपनि परंपरा से विद्या आरंभ संस्कार का पठन-पाठन शुरू करने वाले बच्चे मेधावी साबित होते हैं। यही वजह है कि देश भर से माता-पिता यहां अपने बच्चों को लेकर आते हैं।
इस बार भी 3 जून को सुबह 6:00 बजे से गुरु पूर्णिमा महोत्सव शुरू हो जाएगा। भगवान श्री कृष्ण और गुरु सांदीपनि का अभिषेक करने के पश्चात षोडशोपचार पूजन होगा और विश्व भर की शांति के लिए हवन किया जाएगा और विद्यारंभ संस्कार किया जाएगा।