Minor Rape Case Ujjain : 25 सितंबर को सोशल मीडिया पर जारी हुए एक वीडियो ने पूरे मध्य प्रदेश को नहीं बल्कि पूरे देश को हिला डाला। इस वीडियो में एक बच्ची अर्धनग्न अवस्था में खून से लथपथ उज्जैन की सड़कों पर लोगों से मदद की गुहार करती हुई नजर आ रही थी। वीडियो को देखकर साफतौर पर अंदाजा लगाया जा सकता था कि इस बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ है। जब इस मासूम की मदद के लिए कोई आगे नहीं आया तब उज्जैन के गुरुकुल आश्रम के पुजारी राहुल शर्मा ने इसके शरीर को टॉवल से लपेटकर इसे अस्पताल पहुंचाया था।
गृहमंत्री ने दिया था निर्देश
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस प्रशासन सक्रिय हुआ और गृहमंत्री ने भी सख्ती के साथ आरोपी को पकड़ने के आदेश दिए। इस मामले में आज उज्जैन पुलिस को एक बड़ी सफलता प्राप्त हुई। जहां पुलिस द्वारा इस आरोपी को पकड़ लिया गया है।
ऑटोचालक निकला आरोपी
जानकारी के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज की छानबीन करते हुए पुलिस ने इस मासूम को पांच ऑटो चालकों के साथ खड़े हुए देखा। इसके बाद जब तफ्तीश करते हुए पुलिस इन ऑटो चालकों के पास पहुंची तब वहां मौजूद ऑटो चालक भरत सोनी पुलिस को देखकर भाग खड़ा हुआ।
भागने की कोशिश में आरोपी घायल
पुलिस से भागते समय भरत सोनी नाम का यह ऑटो चालक गिर गया और उसे चोट आ गई जिसके बाद इसे पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने सोनी के खिलाफ POCSO एक्ट और धारा 376 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने साक्ष्य छुपाने के आरोप में आरोपी राकेश मालवीय को भी गिरफ्तार कर लिया है। बता दें आरोपी को पकड़ते में दो पुलिस वाले भी घायल हुए लेकिन बावजूद से पुलिस घायल आरोपी को लेकर अस्पताल पहुंची।
क्या है मामला?
आपको बता दें 25 सितंबर के दिन यह मासूम खून में लथपथ उज्जैन की सड़कों पर लगभग 8 किलोमीटर तक बदहवास लोगों से मदद मांगती हुई घूमती रही। इस मासूम को लेकर सोशल मीडिया पर पहले यह जानकारी दी गई कि यह प्रयागराज की रहने वाली है। लेकिन अब पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक यह लड़की सतना की रहने वाली है और इसकी गुमशुदी की रिपोर्ट सतना जिले के जैतवार थाने में दर्ज है।
पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि आरोपी भरत सोनी उज्जैन की झुग्गी बस्ती का रहने वाला है और उसने मासूम को बस स्टैंड से ऑटो में बैठाया था जिसके बाद उसने दुष्कर्म की घटना को जीवनखेडी इलाके में अंजाम दिया। इस पूरी जानकारी को जुटाने के लिए पुलिस ने लगभग 700 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले। पुलिस ने गैंग रैप की बात करते हुए बताया कि मेडिकल जांच में इस बात की पुष्टि नहीं हुई है।