उज्जैन ।
मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले में पंचायत चुनाव में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के करण कुमारिया ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है। उन्होंने बीजेपी के डॉ. मदन चौहान को एक वोट से हराया है। कुमारिया को जहां दस वोट मिले वही चौहान को नौ वोट हासिल हुए है।हालांकि अभी उपाध्यक्ष के पद के परिणाम आना बाकी है।हालांकि कांग्रेस दावा कर रही है कि यह पद भी उन्हें ही मिलेगा। इस जीत के बाद कांग्रेस को उपचुनाव में बहुत फायदा मिलेगा।
बताया जा रहा है कि भाजपा से टूटकर कांग्रेस में आए जिपं सदस्य प्रतिनिधि प्रतापसिंह आर्य के वापस भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस का समीकरण गड़बड़ा गया था। सदस्यों की संख्या 10 से होकर वापस 9 हो गई थी, इसके बाद कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी व वरिष्ठ नेताओं में सक्रियता बढ़ी और फिर उन्होंने नए सिरे से रणनीति बनाई और परिणाम बीजेपी के फेवर में आने की बजाय कांग्रेस के पक्ष में आ गए। वही अभीतक उपाध्यक्ष को लेकर फैसला नही हो पाया है। हालांकि दोनों ही दल दावा कर रहे है कि उपाध्यक्ष का पद भी उन्हें ही मिलेगा। अगर कांग्रेस को उपाध्यक्ष का पद मिलता है तो संख्या में ना सिर्फ बढ़ोत्तरी होगी बल्कि इसका उपचुनाव मे भी फायदा मिलेगा।जिला पंचायत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष चुनाव के लिए कलेक्टर शशांक मिश्र को पीठासीन अधिकारी और अपर कलेक्टर जीएस डाबर को सहायक पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया गया है।
बताते चले कि जिला पंचायत मे 21 सदस्य रहते हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष महेश परमार तराना से विधायक चुने गए इसलिए उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। जबकि उपाध्यक्ष भरत पोरवाल को अयोग्य ठहराया गया था। वर्तमान समय में भाजपा समर्थित 10 एवं कांग्रेस समर्थित 9 सदस्य है।