Thu, Dec 25, 2025

E Bike For Devotees: ई-बाइक पर उज्जैन दर्शन कर सकेंगे श्रद्धालु, 30 इलेक्ट्रिक बसों का होगा संचालन

Written by:Diksha Bhanupriy
Published:
E Bike For Devotees: ई-बाइक पर उज्जैन दर्शन कर सकेंगे श्रद्धालु, 30 इलेक्ट्रिक बसों का होगा संचालन

E Bike For Devotees of Mahakal: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने के लिए रोजाना लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। इनकी सुविधा को देखते हुए अब सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड की बैठक में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। निर्णयों के मुताबिक अब श्रद्धालुओं को महाकाल मंदिर आने के लिए जल्द ही ई बाइक की सुविधा मिल सकेगी इसके तहत आगामी 3 महीने में इस सुविधा का संचालन शुरू होगा जिसकी शुरुआत डेढ़ सौ बाइक से की जाएगी।

जल्द शुरू होगी E Bike For Devotees

सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड की बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की एक बैठक शुक्रवार को आयोजित हुई जिसमें 3 बड़े फैसलों पर चर्चा की गई। बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के चेयरमैन महापौर मुकेश टटवाल इस दौरान मौजूद रहे और उन्होंने बताया कि भक्तों के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटर का संचालन किया जाएगा, जिसे वह किराए पर ले सकेंगे और अपनी सुविधा के अनुसार घूम सकेंगे। इसी के एक ड्रेस कोड और एक ही कलर के ई-रिक्शा का संचालन करने साथ ही सिटी ट्रांसपोर्ट में चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर की नियुक्ति के प्रस्ताव पर भी चर्चा की गई है।

शहर में श्रद्धालुओं की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है इसी को देखते हुए नगरीय और उप नगरीय क्षेत्रों में 50 इलेक्ट्रिक बस क्रय कर जीसीसी मॉडल पर इनका संचालन किए जाने का प्रस्ताव तैयार करने की बात तय हुई है। पहले चरण में 30 इलेक्ट्रिक बस खरीदी जाएगी और इनमें से 20 को शहरी मार्गों और 10 को अंतरशहरी नेट कास्ट मॉडल पर चलाया जाएगा। इन सभी निर्णयों के संबंध में प्रस्ताव भेजने के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति दे दी गई है।

 

जारी होगी निविदा

महापौर मुकेश टटवाल द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इलेक्ट्रिक स्कूटर का संचालन करने के लिए पीपीपी योजना के अंतर्गत निविदा जारी होगी। हरी फाटक के पास मेघदूत वन की खाली पड़ी जमीन पर चार्जिंग स्टेशनर और बाइक की पार्किंग का स्थल बनाया जाएगा।

पूरा काम ठेके पर संचालित किया जाएगा। ऐसे में जो लोग उज्जैन घूमना चाहते हैं वही बाइक रेंट पर ले सकेंगे और घूमने के बाद उन्हें यहां वापस जमा करवा देंगे। नगर निगम द्वारा ठेकेदार को जगह उपलब्ध करवाई जाएगी इससे निगम की आय तो बढ़ेगी ही श्रद्धालुओं को सुविधा भी मिलने लगेगी।