Mahakal Mandir: उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में हर पर्व बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। होली का त्यौहार भी यहां जमकर मनाया जाता है। विश्व भर में सबसे पहले बाबा महाकाल के आंगन में ही होलिका दहन होता है और उसके बाद जमकर रंग गुलाल उड़ाया जाता है। होलिका दहन की अगली सुबह यानी धुलेंडी के दिन भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल अपने भक्तों के साथ होली खेलते हैं। आज भी मंदिर में यही नजारा दिखाई दे रहा था लेकिन रंग में भंग उस समय पड़ गया। जब भस्म आरती के दौरान अचानक आग लग गई।
महाकाल मंदिर में आगजनी की इस घटना में पांच पुजारी झुलस गए हैं और 6 सेवक भी इसकी चपेट में आए हैं। गनीमत यह रही कि समय रहते इस पर काबू पा लिया गया और यह ज्यादा नहीं बढ़ी। जिस दौरान यह हादसा हुआ उसे समय भक्तों की भारी भीड़ मंदिर में मौजूद थे। समय रहते स्थिति नियंत्रण में आ गई जिसके चलते अफरातफरी की स्थिति नहीं बन पाई।
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक आगजनी की यह घटना उस समय हुई जब मंदिर में धुलेंडी का पर्व मनाया जा रहा था। इस दौरान मंदिर में कपूर आरती चल रही थी तभी अचानक आग लग गई। आरती के दौरान आग भभक कर ऊपर लगे फ्लेक्स में लग गई जिसका जलता हुआ हिस्सा नीचे गिर गया। नीचे जो पुजारी और सेवक खड़े थे वो इससे झुलस गए।
इस घटना में कुल 14 लोग झुलसे हैं। सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। 3 पुजारियों की हालत गंभीर है, जिसमें से 2 को इंदौर रेफर किया गया है। घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर और एसपी अस्पताल पहुंचे और लोगों से उनका हालचाल जाना। सभी की हालत फिलहाल खतरे से बाहर है।
जांच के आदेश जारी
ये बताया गया है कि आरती के दौरान पुजारी पर गुलाल डाला गया जो दीपक पर गिरा और इससे आग भभक गई। आशंका है कि केमिकल युक्त गुलाल के कारण आग लगी है। मंदिर की चांदी की दीवार को गुलाल से बचाने के लिए जो फ्लैक्स लगे हैं वो आग की चपेट में आ गए। हालांकि, समय रहते आग पर काबू पा लिया गया। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं। एक कमेटी अब इस पूरे मामले की जांच करेगी। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मृणाल मीणा और अपर कलेक्टर अनुकूल जैन इस पूरी घटना की जांच करेंगे। कलेक्टर द्वारा 3 दिन में जांच समिति को रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं।
CM यादव उज्जैन रवाना
महाकाल मंदिर में हुई आगजनी की घटना की सूचना मिलते ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव उज्जैन रवाना हो गए हैं। इस संबंध में मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि फिलहाल यह नहीं पता चला है की आरती की थाली पलटने से आग लगी है या फिर केमिकल गुलाल की वजह से यह सब हुआ है। जांच के आदेश दे दिए हैं जल्द ही आगजनी का कारण पता चल जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि इस घटना में जो लोग झुलसे हैं वह फिलहाल ठीक है और किसी भी तरह के खतरे की बात नहीं है।
आगजनी की घटना की खबर लगते ही CM मोहन यादव हेलो से मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे। यहां उन्होंने गंभीर रूप से घायल हुए सत्यनारायण सोनी को बेहतर उपचार दिए जाने के निर्देश दिए हैं। इसी के साथ घटना में जितने लोग घायल हुए हैं उन सभी के उपचार के लिए एक-एक लाख की सहायता की घोषणा की गई है। सभी घायलों के इलाज का खर्चा मध्य प्रदेश सरकार उठाएगी।
मुख्यमंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह बहुत दुखद घटना है। इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति जी का भी फोन आया है। मैंने उन्हें बताया है कि सभी की हालत ठीक है। डॉक्टर ने विपरीत स्थिति में अच्छा उपचार किया और परमात्मा ने बड़ी घटना होने से रोक ली। सीएम ने यह भी कहा है कि इस घटना के पीछे कोई षड्यंत्र तो नहीं है इसकी जांच भी की जाएगी।
महाकाल पहुंचे CM यादव
घायलों से मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव महाकाल पहुंचे और यहां पर बाबा महाकाल के दर्शन करने के बाद पंडे पुजारियों से चर्चा की। इसी के साथ उन्होंने प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि की कामना भी की है।
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