Mahakal Sawari: इस बार अधिक मास पड़ने से विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के दरबार से निकलने वाली सवारी का क्रम लगातार जारी है। आज भादो मास की पहली सवारी में एक बार फिर चंद्रमौलेश्वर अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलेंगे। इस बार सवारी में महाकाल के 9 मुखारविंद शामिल होंगे, जिनके दर्शन के लिए आस्था का सैलाब उमड़ेगा।
सभा मंडपम में परंपरागत पूजन अर्चन के पश्चात शाम 4 बजे बाबा की सवारी मंदिर से निकलेगी। जहां सशस्त्र बलों के टुकड़े उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देगी। इसके बाद शहर के विभिन्न मार्गो से होती हुई पालकी रामघाट पहुंचेगी जहां शिप्रा जल से पूजन अर्चन के पश्चात पुनः सवारी दानी गेट, ढाबा रोड, छत्री चौक, गोपाल मंदिर होते हुए मंदिर पहुंचेगी।
9 रूपों में दर्शन
बाबा महाकाल की सवारी के बढ़ते हुए क्रम के साथ सवारी में निकलने वाले मुखौटों का क्रम भी बढ़ता जा रहा है। यह नौवीं सवारी है, इसी के चलते इसमें 9 मुखोटे शामिल होंगे। पालकी में चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मन महेश, नंदी रथ पर उमा महेश, गरुड़ पर शिव तांडव, जटाशंकर, घटाटोप, होलकर, रुद्रेश्वर और चंद्रशेखर स्वरूप में दर्शन देंगे।
मंदिर में अनुष्ठान
इस बार मध्य प्रदेश में अल्प वर्षा का दौर देखने को मिला है, जिसके चलते सरकार चिंता में आ गई है। यही वजह है कि आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बाबा महाकाल के मंदिर में अनुष्ठान करने वाले हैं। यहां वह पंचामृत पूजन अभिषेक कर अनुष्ठान की शुरुआत करवाएंगे।
कब है शाही सवारी
बाबा महाकाल की श्रवण भादो मास में निकलने वाली अंतिम और शाही सवारी 11 सितंबर को निकाली जाने वाली है। इस दिन सवारी मार्ग भी बढ़ जाएगा और लगभग 7 किलोमीटर लंबी सवारी 6 घंटे के भ्रमण के बाद पुनः मंदिर पहुंचेगी।