Mahakal Bhasma Aarti: महाकाल के भक्तों के लिए खुशखबरी, उज्जैन निवासियों को मिलेगा नि:शुल्क भस्म आरती का लाभ

बाबा महाकाल के दर्शन पूजन करने के लिए भक्त हमेशा ही आतुर नजर आते हैं। ऐसे ही उज्जैन के भक्तों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है जिसके बाद वह महाकाल की भस्म आरती (Mahakal Bhasma Aarti) हफ्ते में एक दिन नि:शुल्क कर सकेंगे।

Mahakal Bhasma Aarti In Ujjain: विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर एकमात्र ऐसी जगह है, जहां पर भोलेनाथ की भस्म आरती की जाती है। यही वजह है कि इस दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग के दर्शन पूजन का विशेष महत्व माना जाता है। श्रद्धालु भस्म आरती का विशेष लाभ लेना चाहते हैं और इसके लिए बड़ी संख्या में उन्हें उज्जैन आते हुए देखा जाता है।

बाबा को भस्म धारी स्वरूप में देखने की इच्छा रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है। अब उज्जैन के रहने वाले श्रद्धालु सप्ताह में 1 दिन बाबा की भस्म आरती के नि:शुल्क दर्शन कर सकेंगे। यह प्रस्ताव सांसद अनिल फिरोजिया ने मुख्यमंत्री के सामने रखा था, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। आने वाले एक-दो दिन में भस्म आरती की नि:शुल्क व्यवस्था की तारीख, सप्ताह का दिन और श्रद्धालुओं की संख्या के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी।

नि:शुल्क होगी Mahakal Bhasma Aarti

इस संबंध में सांसद अनिल फिरोजिया ने उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम को कहा था कि शहरवासियों के लिए सप्ताह में एक दिन भस्म आरती की नि:शुल्क दर्शन की व्यवस्था की जाए क्योंकि लंबे समय से इसकी मांग की जा रही है। इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा स्वीकृति दे दी गई है। जिसके बाद अब हफ्ते में एक दिन शहर की जनता नि:शुल्क भस्म आरती का लाभ उठा सकेगी।

 

मुख्यमंत्री की स्वीकृति मिलने के बाद सांसद ने कलेक्टर को इस बारे में जानकारी दे दी है। इस मामले में कलेक्टर का कहना है कि स्वीकृति मिल गई है और अब जल्दी नि:शुल्क दर्शन की व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी। वर्तमान समय की बात करें तो भस्म आरती दर्शन के लिए 200 रुपए शुल्क चुकाना होता है।

महाकाल द्वार का निर्माण

हफ्ते में एक दिन भस्म आरती के नि:शुल्क दर्शन के अलावा शहरवासियों के लिए एक और सुविधा शुरू की जा रही है और वह है महाकाल द्वार, यहां से उज्जैन में रहने वाले लोग अपना आधार कार्ड दिखाकर बाबा महाकाल के दर्शन के लिए प्रवेश कर सकेंगे और उन्हें सुगमता से दर्शन हो जाएंगे।

लंबे समय से शहरवासियों द्वारा मांग की जा रही थी कि उज्जैन के रहने वाले लोगों के लिए प्रथक से दर्शन व्यवस्था होनी चाहिए। इसे मान लिया गया है और अब जल्द ही इस व्यवस्था को शुरू किया जाएगा।