MP Breaking News
Wed, Dec 17, 2025

उज्जैन में बन रहा देश का पहला स्नेक इन्फोटेनमेंट पार्क, विभिन्न प्रकार के सांपों की प्रजातियों को पास से जान सकेंगे विजीटर्स

Written by:Diksha Bhanupriy
Published:
उज्जैन में बन रहा देश का पहला स्नेक इन्फोटेनमेंट पार्क, विभिन्न प्रकार के सांपों की प्रजातियों को पास से जान सकेंगे विजीटर्स

Snake Infotainment Park Ujjain: उज्जैन में महाकाल महालोक के निर्माण के बाद अलग-अलग तरह के निर्माण कार्यों का दौर जारी है और शहर लगातार विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जहां तरह-तरह की सुविधाएं निर्माण के दौर में चल रही है। वहीं पर्यटन की दृष्टि से भी शहर को नया आकार दिया जा रहा है।

अब बाबा महाकाल की नगरी में आने वाले भक्त भोलेनाथ के दर्शन करने के साथ ही उनके गले में सदा विराजत रहने वाले सर्प का दीदार भी कर सकेंगे। उज्जैन में देश का पहला स्नेक इन्फोटेनमेंट पार्क बनाया जा रहा है। इसका निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है और नाग पंचमी पर जनता को इस की सौगात दी जाएगी।

देश का पहला स्नेक इन्फोटेनमेंट पार्क

सांपों पर आधारित इस पार्क का निर्माण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से किया जा रहा है।।जिसके चलते यहां आने वाले लोग सरीसृप को अच्छे से जान सकेंगे और शोधार्थियों को शोध करने का मौका भी मिलेगा।

इंदौर रोड स्थित वसंत विहार में पहले से ही सरीसृप एवं संरक्षण केंद्र मौजूद है। इसी जगह को दो करोड़ की लागत से स्नेक इन्फोटेनमेंट मार्क के रूप में तैयार किया जा रहा है। इसका 90% काम पूरा हो गया है और फिलहाल इंटीरियर का काम पूरा किया जा रहा है। अगले 1 महीने में इसका काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है ताकि नाग पंचमी के मौके पर ये विजिटर्स के लिए खोला जा सके।

विजीटर्स के लिए सुविधाएं

फिलहाल इस पार्क के पहले चरण का काम चल रहा है जिसके पूर्ण हो जाने के बाद विजिटर्स को यहां पर लाइब्रेरी, हार्पेटोलॉजिकल रिसर्च लाइब्रेरी और इंटरपीटीशन जैसी सुविधाएं मिलने वाली है। इसके अलावा धीरे-धीरे कर यहां सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा ताकि आने वाले पर्यटकों को आराम से सारी जानकारी उपलब्ध करवाई जा सके।

दूसरे चरण में सांपों का दीदार

पहले चरण में यहां पर आने वाले विजिटर्स को सरीसृप का डायरोमा यानी प्रतिकृति देखने को मिलेगी, जो हुबहू उन्हीं को तरह दिखाई देंगे। दूसरे चरण के काम में यहां स्नेक पार्क विकसित किया जाएगा और अन्य जानवर भी रखे जाएंगे और यह जगह चिड़ियाघर की तरह विकसित हो जाएगी। काम पूरा होने के बाद यहां आने वाले लोगों को सांपों के साथ अन्य सरीसृप की जानकारी भी मिलेगी।