उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। बड़नगर विधायक के बेटे करण मोरवाल और शासकीय चिकित्सालय के मेडिकल प्रभारी डा देवेन्द्र स्वामी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। एम जी थाना रोड पुलिस ने बताया कि दुष्कर्म के आरोपी करण मोरवाल ने बचने के लिए डाक्टर के साथ मिलकर शासकीय अस्पताल में भर्ती अन्य मरीज के स्थान पर करण ने खुद के भर्ती होने के फर्जी दस्तावेज बनवा लिए थे।
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गौरतलब है कि बड़नगर विधायक मुरली मोरवाल का बेटे करण के खिलाफ कांग्रेस नेत्री के साथ दुष्कर्म करने के मामले में करीब आठ महीने पहले महिला थाने में केस दर्ज किया था। इसके बाद करण फरार हो गया था जिस पर पुलिस ने इनाम घोषित किया था बाद में करण को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया था। करण ने न्यायालय को गुमराह कर अग्रिम ज़मानत लेने के उद्देश्य से बड़नगर सरकारी अस्पताल का एक फ़र्ज़ी दस्तावेज न्यायालय में प्रस्तुत किया।
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कोर्ट में पेश किए गए दस्तावेज में करण ने बताया कि जिस दिन कांग्रेस नेत्री के साथ बलात्कार हुआ, उस दिन वह बड़नगर सरकारी अस्पताल में भर्ती था। करण ने यह दस्तावेज उच्च न्यायालय व सुप्रीम कोर्ट में भी प्रस्तुत किया। जबकि पुलिस महिला थाने में ज़ब्त घटना दिनांक के सीसीटीवी फ़ुटेज में करण स्पष्ट रूप से पीड़िता को नशे की हालत में जबरदस्ती खींचता हुआ फ़्लेट के अंदर ले जाता हुआ दिखाई दे रहा है।
जांच में दस्तावेज फ़र्ज़ी पाए गए थे। मामले की जांच के लिए उज्जैन कलेक्टर ने एसडीएम के माध्यम से जांच कराई तो पता चला कि शासकीय चिकित्सालय बड़नगर के मेडिकल प्रभारी डाक्टर देवेन्द्र स्वामी ने फ़र्ज़ी तरीक़े से अपने अधीनस्थ कर्मचारियों पर दबाव बनाकर करन पुत्र विधायक मुरली मोरवाल का फर्जी तरीके से भर्ती सर्टिफिकेट बनाया है। डाक्टर ने बिना रजिस्ट्रेशन नंबर के भर्ती रजिस्टर में अन्य मरीज के स्थान पर 13 फरवरी 2021 को बदलाव कर करण का नाम लिख दिया, जिसके बाद डाक्टर देवेन्द्र स्वामी को निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद पीड़िता ने उज्जैन कलेक्टर से मामले में कार्रवाई करने के लिए कहा था। जांच के बाद एमजी रोड थाना पुलिस ने केस दर्ज कर लिया।