Namami Gange Project Ujjain: उज्जैन में शिप्रा नदी के संरक्षण और स्वच्छता को लेकर समय-समय पर कई कदम उठाए जाते हैं। इसी कड़ी में अब एक और कवायद की गई है और शिप्रा में मिलने वाले दो नालों के लिए ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाने का महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए नमामि गंगे प्रोजेक्ट को हरी झंडी दिखा दी गई है।
बनेंगे ट्रीटमेंट प्लांट
उज्जैन में एमआईसी सदस्यों की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें 2 प्रोजेक्ट को स्वीकृति दी गई है। 93 करोड़ के नमामि गंगे प्रोजेक्ट को हरी झंडी दिखा दी गई है जिसमें भैरवगढ़ और पीलिया खाल नाले के दूषित पानी को ट्रीटमेंट के बाद नदी में छोड़े जाने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा ग्रैंड होटल के जीर्ण शीर्ण भवन को हटाकर इस भूमि को विक्रय करने के प्रस्ताव पर भी विचार विमर्श कर स्वीकृति प्रदान की गई है।
महाकाल वन क्षेत्र भवन अनुज्ञा पर निर्णय नहीं
महाकाल क्षेत्र में 500 मीटर के दायरे में भवन अनुज्ञा नहीं दिए जाने के मामले पर भी मीटिंग के दौरान चर्चा हुई। एमआईसी सदस्यों का कहना है कि कोर्ट में जो आदेश दिया है। उसमें अतिक्रमण ना होने देने की बात कही गई है जबकि अधिकारी भवन की अनुज्ञा नहीं दे रहे हैं, ये सरासर मनमानी है।