Ujjain Medical College: शहर में लंबे समय से मेडिकल कॉलेज बनाने की कवायद की जा रही है। 265 करोड़ की लागत से तैयार किए जाने वाले इस प्रोजेक्ट में अब नया रोड़ा आता हुआ दिख रहा है। महाकाल लोक (Mahakal Lok) में भीड़ लगातार बढ़ रही है और पार्किंग तथा आने वाले सिंहस्थ की व्यवस्था को देखते हुए इस बिल्डिंग को बनाए जाने के स्थान को बदला जा रहा है।
इंदौर उज्जैन रोड के हरी फाटक मार्ग पर मौजूद कवेलू कारखाने की जमीन पर निर्माण कार्य किया जाने वाला था लेकिन अब यह प्रोजेक्ट इंदौर रोड के इंजीनियरिंग कॉलेज केंपस की 20 एकड़ खाली जमीन पर पूरा किया जाएगा। सिंहस्थ 2028 को देखते हुए महाकाल लोक के लिए पार्किंग और अन्य सुविधाओं के विस्तार को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है।
कॉलेज प्राधिकरण की ओर से यूडीए को सड़क निर्माण की अनुमति अब तक नहीं दी गई है। ऐसे में नई जगह पर भी मेडिकल कॉलेज बनाए जाने का फैसला मुसीबत में आ सकता है। जगह चिन्हांकन की जद्दोजहद के बीच बिल्डिंग की डिजाइन को लेकर कंसलटेंट कंपनियां लगातार प्रेजेंटेशन दे रही है और यह तय किया जा रहा है कि बिल्डिंग का निर्माण किस तरह किया जाएगा। आवश्यकता के मुताबिक 20 एकड़ जमीन तो मेडिकल कॉलेज के लिए इंजीनियरिंग कॉलेज कैंपस में उपलब्ध है लेकिन प्रोजेक्ट धरातल पर कब आता है यह देखने वाली बात होगी।
इसके पहले भी आगर रोड के प्रसूति गृह के आसपास खाली पड़ी जमीन पर फिर हरि फाटक के कवेलू कारखाने की जमीन पर सहमति जताई गई थी। जो अब इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर तक पहुंच चुकी है। पीडब्ल्यूडी ने कंसलटेंट नियुक्त करने के लिए छह करोड़ का टेंडर भी जारी किया था, जिसमें दिल्ली की दो कंसलटेंट कंपनी का चुनाव हुआ है। चीफ आर्किटेक्ट और वरिष्ठ इंजीनियरों के सामने यह कंपनियां प्रेजेंटेशन देंगी और डीपीआर बनाने से लेकर बिल्डिंग की गुणवत्ता पर ध्यान देने तक का काम कंपनी का ही होगा।
अब 300 करोड़ में बनेगा Ujjain Medical College
उज्जैन में मेडिकल कॉलेज बनाए जाने के लिए शासन की ओर से 265 करोड रुपए की स्वीकृति दी गई है लेकिन निर्माण विभाग की ओर से बढ़ी हुई दरों का एक एस्टीमेट तैयार किया जाने वाला है जो 300 करोड़ तक जा सकता है। इस अतिरिक्त बजट से हॉस्टल और स्टाफ क्वाटर समेत पार्किंग और अन्य सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।