उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। करीब एक हफ्ते पहले उज्जैन (Ujjain) की शिप्रा नदी (Shipra River) में हुए विस्फोटों की जाँच ONGC ने शुरू कर दी है। रविवार को देहरादून (Dehradun) से ONGC जनरल मैनेजर (कैमेस्ट्री) अमित सक्सेना और सीनीयर जियोलॉजिस्ट (Geologist) अजय एन लाल जाँच करने पहुंचे। दोनों अफसरों ने नदी के अलग-अलग जगहों से अंदर की मिट्टी और पानी के सैंपल लिए। हालांकि, जाँच के बाद टीम को नदी में किसी भी प्रकार का गैस रिसाव नहीं मिला है। टीम कलेक्टर को अपनी जांच रिपोर्ट 15 दिन के अंदर सौपेगी।
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जियोलॉजिस्ट अजय एन लाल ने जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल सैंपल लिए जा चुके हैं। और अभी किसी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। जांच के बाद ही तथ्य सामने आएंगे, उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि अभी तक जो भी स्पॉट (Spot) देखे गए वहां पानी में न तो बुलबुले निकल रहे हैं और न ही किसी तरह की गैस का रिसाव हो रही है। इसलिए फिलहाल कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।
सार्वजनिक नहीं हुई GSI की रिपोर्ट
नदी में हुए विस्फोट की भोपाल की जांच टीम जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (GSI) भी कर चुकी है। GSI की टीम ने कुछ दिनों पहले ही नदी से गाद और पानी के सैंपल लिए थे। लेकिन उनकी जांच रिपोर्ट अभी पब्लिक नहीं हुई है।
बता दें कि मार्च के पहले हफ्ते में शिप्रा नदी में धमाके होने की सूचना मिलने से प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया था। जिसके तुरंत बाद उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह (Ujjain Collector Ashish Singh) ने GSI की टीम को मेल किया था। जिसके बाद GSI ने अपनी जांच में मीथेन और इथेन गैस की संभावना जताई थी। इसके बाद कलेक्टर ने उत्तराखंड देहरादून ONGC की टीम को जांच के लिए बुलाया था।
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