Ujjain News Today: जिस तरह से उज्जैन विकास प्राधिकरण द्वारा मकानों का विक्रय किया जाता है। ठीक उसी पद्धति पर अब हाउसिंग बोर्ड भी चल पड़ा है और ईडब्ल्यूएस और एलआईसी श्रेणी के 26 मकानों के लिए 400 फॉर्म आने के बाद अब बाकी मकानों को ऑक्शन यानी टेंडर पद्धति के माध्यम से बेचा जाएगा।
उज्जैन में बोली से होगी बिक्री
ऑक्शन में जो भी परिवार मकान खरीदने के लिए सबसे ज्यादा बोली लगाएगा, उसी को मकान दिया जाएगा। बता दें कि हाउसिंग बोर्ड द्वारा इंदौर रोड पर इंजीनियरिंग कॉलेज के पास गोयला खुर्द में ईडब्ल्यूएस और एलआईजी और एमआईजी श्रेणी के मकानों का निर्माण किया जा रहा है। शिवांगी आवासीय परिसर के नाम से बन रहे इस कॉलोनी के फ्रंट शॉपिंग कंपलेक्स तैयार किया जाएगा।
इतनी है कीमत
इस योजना के तहत एमआईजी मकानों की दर 62 लाख, ईडब्ल्यूएस मकानों की कीमत 16 लाख और एलआईजी श्रेणी के मकान 29 लाख में बेचे जाने थे। लेकिन अब लोगों को इस कीमत पर मकान नहीं मिल पाएंगे क्योंकि इनका निर्माण पूरा होने के बाद कुल लागत निकाली जाएगी। निर्माण के बाद पंजीयन शुरू किया जाएगा, जिसमें एक व्यक्ति से एक फॉर्म का 500 रुपए का राजस्व वसूल होगा।
आम जनता को नुकसान
हाउसिंग बोर्ड द्वारा ऑक्शन पद्धति से मकान बेचने की इस योजना का सबसे ज्यादा नुकसान आम आदमी को उठाना पड़ेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि बिल्डर और पूंजीपति आसानी से मकानों को बोली लगाकर खरीद लेंगे और आम आदमी इन से वंचित रह जाएगा।
पहले चरण में 26 मकानों के लिए 400 पंजीयन फॉर्म प्राप्त हुए हैं। इसी को देखते हुए लालच में आए हाउसिंग बोर्ड में सभी मकान टेंडर पद्धति से बेचने का मन बनाया है। जो व्यक्ति सबसे अधिक बोली लगाएगा उसका पंजीयन फॉर्म कंफर्म कर कब्जा देने की कार्रवाई की जाएगी। टेंडर पद्धति से मकान बुक करने के लिए प्रतिस्पर्धा के चलते लोगों को अपनी जेब ढीली करनी होगी।