Umaria News : मध्य प्रदेश के उमरिया जिले से एक बड़ी खबर आ रही है, जहाँ बांधवगढ़ से लगे चंदिया वन परिक्षेत्र में आतंक का पर्याय बन चुके जंगली हाथी को रेस्क्यू टीम ने पकड़ लिया है। फिलहाल हाथी को पेड़ से बांधकर रखा गया है। उसके व्यवहार की निगरानी भी की जा रही है।
बता दें कि बाघो के लिए पूरी दुनिया मे अपनी अलग पहचान बनाने वाले बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व मे आतंक का पर्याय बन चुके मेल हाथी का रेस्क्यू करने की परमिसन चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन से मिलने के बाद पार्क प्रबंधन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी थी और हमलावर हाथी को पकड़ने वाली टीम में 4 हाथी, 10 गाड़ियों के साथ 100 अधिकारी-कर्मचारी तैनात थे।
जंगली हाथी ने दो को उतारा मौत के घाट, दो घायल
गौरतलब है कि आतंक का पर्याय बन चुके इस जंगली हाथी ने विगत दिवश चंदिया वन परिक्षेत्र अंतर्गत दो लोगो को मौत के घाट उतारा था और दो लोगो को घायल किया। जिसके बाद पार्क प्रबंधन ने इन जंगली हाथी के रेस्क्यू करने की परमिशन मांगी थी और परमिसन मिलने के बाद पार्क प्रबंधन इस जंगली हाथी को रेस्क्यू करने में जुट गया था।
यह अधिकारी हुए निलंबित
इधर, 10 हाथियों की मौत के मामले में रविवार शाम फील्ड डायरेक्टर गौरव चौधरी और पनपथा एसडीओ फतेह सिंह निनामा को सस्पेंड किया गया है। कार्रवाई वन विभाग के सचिव अतुल कुमार मिश्रा ने की है। बता दें कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को ही वन विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक की थी। इसमें फतेह सिंह को नेतृत्व में लापरवाही बरतने, काम निचले कर्मचारियों पर छोड़ने का आरोप है, जबकि गौरव चौधरी पर अवकाश से वापस नहीं लौटने और मोबाइल स्विच ऑफ रखने का आरोप है।
उमरिया से ब्रजेश श्रीवास्तव की रिपोर्ट