ग्वालियर, अतुल सक्सेना। देश की सीमाओं पर तैनात सैनिकों के घर परिवार से जुडी समस्याओं की जिम्मेदारी अब ग्वालियर पुलिस (Gwalior Police) ने उठा ली है। ग्वालियर पुलिस अधीक्षक अमित सांघी(SP Amit Sanghi) ने अनूठी पहल करते हुए आज सोमवार को ग्वालियर में सशस्त्र बल हेल्प डेस्क की शुरुआत की। सशस्त्र बल हेल्प डेस्क का नोडल ऑफिसर एडिशनल एसपी IPS हितिका वासल को बनाया गया है।
ग्वालियर पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि ऐसा देखने में आया है कि ग्वालियर जिले में सेना जिसमें वायु सेना, थल सेना और अर्धसैनिक बल जिसमें CISF, BSF, CRPF के जवान और उनके परिजन बड़ी संख्या में रहते हैं इसके अलावा ग्वालियर में आसपास के जिले मुरैना,भिंड के सैनिक के परिजन भी निवास करते हैं।
उन्होंने कहा कि पुलिस से जुड़े कई विषय ऐसे होते हैं जिसमें सेना और अर्धसैनिक बल के जवानों के परिजन परेशान होते हैं। सैनिकों के कमांडिंग ऑफिसरों के पर भी आते हैं कई बार तो रात को मेरे पास फोन भी आते हैं कि जो जवान कश्मीर में पदस्थ है , अरुणाचल प्रदेश में प्रदस्थ है उसके परिजन जमीन, प्लाट के विवाद से जूझ रहे हैं।
एसपी ने कहा कि इन्हीं सब परेशानियों को दूर करने करने के लिए पुलिस ने सशस्त्र बल हेल्प डेस्क का गठन किया है जिससे दुर्गम स्थानों पर देश की सेवा करने वाला सैनिक घर की चिंता नहीं करे उसकी समस्याओं को पुलिस देखेगी। एसपी अमित सांघी ने कहा कि हेल्प डेस्क में सैनिक से जुडी समस्या को अलग से रजिस्टर्ड करेंगे और हर सप्ताह उसकी मॉनिटरिंग करेंगे और फिर सैनिक को फोन कर बतायंगे कि उसकी समस्या का क्या हुआ जिससे वो बॉर्डर पर तनाव रहित होकर ड्यूटी करे। उन्होंने बताया कि हेल्प डेस्क का नोडल ऑफिसर एडिशनल एसपी IPS हितिका वासल को बनाया है जबकि सब इन्स्पेक्टर शिवम् राजावत को हेल्प डेस्क का प्रभारी बनाया है।
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....