Gaurishankar Bisen Viral Video: अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले एमपी के पूर्व मंत्री, वरिष्ठ भाजपा विधायक और मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन (Gaurishankar Bisen) एक बार फिर चर्चाओं में है। इसका कारण सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो वायरल होना है, जिसमें वे बालाघाट आरटीओ को ना सिर्फ गाली बल्कि फांसी पर चढ़ाने की भी धमकी दे रहे है। सोशल मीडिया पर उनका यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
उनके इस वीडियो पर अब नेताओं और अन्य लोगों के रिएक्शन आना शुरू हो गए हैं और सभी अलग अलग बातें कहते नजर आ रहे हैं। कांग्रेस ने भी उनके खिलाफ आवाज उठाई है। मध्य प्रदेश राजपत्रित परिवहन अधिकारी संघ के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह रघुवंशी का कहना है कि बालाघाट आरटीओ अनिमेष गणपाले के साथ दुर्व्यवहार किया गया है उसकी मैं निंदा करता हूं। जनप्रतिनिधियों को अधिकारियों के साथ इस प्रकार का व्यवहार नहीं करना चाहिए। हमारे एसोसिएशन की शीघ्र मीटिंग आयोजित की जाएगी और आगे क्या निर्णय लेना है इस पर विचार किया जाएगा।
वहीं इस मामले में केके मिश्रा का कहना है कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता गौरीशंकर बिसेन अभद्रता का पर्याय हैं। सार्वजनिक मंच से उन्होंने जनजाति के एक अधिकारी के खिलाफ जिस तरह के शब्दों का प्रयोग किया है, क्या उनके खिलाफ एट्रोसिट एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की जाएगी। जिस अधिकारी का अपमान हुआ है उनसे आग्रह है कि वह अपने सम्मान के लिए एफआईआर दर्ज करवाएं।
BJP के वरिष्ठ नेता गौरीशंकर बिसेन यानी अभद्रता के पर्याय!!
जनजाति के एक अधिकारी के खिलाफ उन्होंने जिस शब्दावली का सार्वजनिक मंच से उपयोग किया है,क्या उनके खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के तहत FIR दर्ज होगी..?
अपमानित अधिकारी से आग्रह है कि वे अपने सम्मान के लिए FIR कराएं। @OfficeOfKNath pic.twitter.com/y8Uhw6IFZT— KK Mishra (@KKMishraINC) January 14, 2023
संगीता का शर्मा का कहना है कि लगभग 42 नर पिशाच हैं जिन्होंने बच्चियों से दुष्कर्म कर उनकी हत्या की, इन दोषियों को फांसी की सजा दी गई है लेकिन आज तक फांसी पर नहीं चढ़ाया जा सका क्योंकि जल्लाद की तलाश की जा रही थी। अब सरकार को मंत्री का दर्जा प्राप्त व्यक्ति मिल गया है जो जल्लाद का काम खुद कर सकता है और एक आदिवासी अधिकारी को फांसी पर चढ़ाने का बोल रहा है।
लगभग 42 ऐसे नरपिशाच जिन्होंने बच्चियों से रेप और हत्या की इन दोषियों पर फांसी की सजा है परंतु आज तक फांसी नहीं दी जा सकी क्योंकि जल्लाद की तलाश थी सरकार को आज एक मंत्री दर्जा प्राप्त व्यक्ति मिल गया जो जल्लाद का काम खुद कर सकता है
— Sangeeta Sharma (@SangeetaCongres) January 14, 2023
इस मामले को लेकर विक्रांत भूरिया ने कहा कि आदिवासी वर्ग के अधिकारी के लिए इस तरह की अपमानजनक भाषा का उपयोग करना सत्ता के मद में डूबे हुए अहंकार को दिखा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मामले में संज्ञान लेकर इस तरह की भाषा का उपयोग करने पर एफआईआर करवानी चाहिए।
एक आदिवासी वर्ग के अधिकारी के लिए इस तरह की अपमानजनक भाषा का प्रयोग सत्ता के मद में डूबे हुए अहंकार को बताता है। मुख्यमंत्री @ChouhanShivraj जी को तुरंत इस मामले में संज्ञान लेकर ऐसी भाषा का प्रयोग करने पर एफ आई आर दर्ज करानी चाहिए । pic.twitter.com/zu6zJ2irKu
— Dr.Vikrant Bhuria (@VikrantBhuria) January 14, 2023
क्या है मामला
गौरीशंकर बिसेन का ये वीडियो वीडियो बालाघाट के लालबर्रा थाने की बैठक का बताया जा रहा है, जिसमें वे पुलिस विभाग और परिवहन अधिकारियों को आड़े हाथों लेते हुए जमकर बरसे। इतना ही नहीं उन्होंने आरटीओ अधिकारी को सैकड़ों लोगों की उपस्थिति में हरामखोर तक कह डाला। बता दें कि वर्तमान में बालाघाट के आरटीओ अधिकारी अनिमेष गढ़पाल है, जो अनुसूचित जनजाति से आते है।
बिसेन ने जिले में लगातार हो रहे सड़क हादसे को लेकर परिवहन अधिकारियों पर निशाना साधते हुए कहा कि बालाघाट विधानसभा (Balaghat Assembly) में 75 प्रतिशत ट्रैक्टर चालक बिना लायसेंस के ट्रैक्टर चलाते हैं। इसके साथ ही बस की हालात भी खराब है। ऐसे अधिकारी जो ध्यान नहीं दे रहा हैं, इसके लिये परिवहन मंत्री को फोन करके और पत्र लिख कर ट्रांसफर करने कहा है। पूर्व मंत्री ने पुलिस विभाग को भी जमकर कोसा और कहा कि पुलिस विभाग भी ध्यान नहीं दे रहा है। सिर्फ सुबह से रोड और चौक पर निकल कर पर्ची काटने लगते हैं और अपनी जेबे भर रहे हैं।