विदिशा में बोरवेल में गिरे बच्चे की मौत, सीएम ने की 4 लाख मुआवज़े की घोषणा

Vidisha borewell accident : विदिशा जिले में बोरवेल में गिरे 7 साल के लोकेश को बाहर निकाल लिया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। करीब 24 घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस और एनडीआरएफ ने बच्चे को बाहर निकाला और उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों की टीम ने उसे मृत घोषित कर दिया। नन्हें लोकेश की मौत से उसके परिवार में मातम है वहीं पूरे गांव में शोक का माहौल है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित परिवार को 4 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है।

बंदरों को भगाने में गिरा बच्चा

मंगलवार सुबह लगभग साढ़े 11 बजे की है। लोकेश बंदरों को भगा रहा था और इसी दौरान वो खेत में बने खुले हुए बोरवेल में गिर गया। सूचना के बाद बचाव कार्य शुरू किया गया। उसे निकालने के लिए चार जेसीबी और तीन पोकलेन मशीनों की मदद से करीब 50फीट गहरा गड्ढा खोदा गया और पांच फीट लंबी सुरंग बनाई गई। बच्चे को ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू की गई और सीसीटीवी की मदद से उसके मूवमेंट पर भी नजर रखी जा रही थी।

सुरक्षा के दृष्टिकोण से बोरवेल के चारों तरफ बैरिकेड्स लगाए गए तथा पुलिस बल भी तैनात किया गया है। जिस बोर में बच्चा गिरा वो बिना केसिंग का और करीब 60 फीट गहरा था। पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान कलेक्‍टर उमाकांत भार्गव और लटेरी एसडीएम हर्षल चौधरी सहित प्रशासनिक अमला मौके पर मौजूद रहा। सभी को उम्मीद थी कि बच्चे को सकुशल बाहर निकाल लिया जाएगा, लेकिन उसकी मौत से अब चारों तरफ शोक का माहौल है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी दुख व्यक्त करते हुए मुआवजे की घोषणा की है। उन्होने कहा कि ‘दुःख की इस विकट घड़ी में सरकार शोकाकुल परिवार के साथ खड़ी है। हमने तय किया है कि राज्य सरकार की ओर से पीड़ित परिवार को ₹4 लाख की आर्थिक सहायता दी जायेगी। दोषियों पर उचित कार्रवाई भी करेंगे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।’


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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