MP Tourism : भारत का दिल मध्य प्रदेश में घूमने के लिए कई सारे प्राकृतिक, धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल मौजूद हैं। सबसे ज्यादा पर्यटक यहां घुमने आना पसंद करते हैं। इतना ही नहीं इन दिनों मध्य प्रदेश पर्यटक को की पहली पसंद बना हुआ है। अधिकतर पर्यटक एमपी के प्रसिद्ध और चमत्कारी मंदिरों के दर्शन के लिए आते हैं।
आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी मान्यता काफी ज्यादा है। ये एक जैन मंदिर है जो ग्वालियर में स्थित है। यहां माता की एक अद्भुत प्रतिमा स्थापित है जिसके दर्शन मात्र से ही हर समस्या दूर हो जाती हैं। इतना ही नहीं यहां के चमत्कार सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है।
कहा जाता है कि दूर-दूर से भक्त यहां बच्चों के सुखे रोग को दूर करने के साथ ही अगर कोई निसंतान है तो वह संतान प्राप्ति के लिए माता के दर्शन करने आते हैं। कहा जाता है कि संतान प्राप्ति के लिए रविवार के दिन माता के दर्शन और पूजन किया जाए तो समस्या का निवारण हो जाता है। चलिए जानते हैं इस चमत्कारी मंदिर के इतिहास और मान्यता के बारे में –
MP Tourism : त्रिशला माता मंदिर के चमत्कार
ग्वालियर दुर्ग की तलहटी में उरवाई गेट से प्रवेश करते ही एक मंदिर मौजूद है। यहां एक निद्रासन मुद्रा में माता की प्रतिमा दिखाई देती है। यह प्रतिमा भगवान महावीर की माता त्रिशला की है। दूर-दूर से लोग इस मंदिर में माता के दर्शन के लिए आते हैं। यह मूर्ति आठवीं से 15वीं शताब्दी के मध्य की है। त्रिशला माता का ये मंदिर विश्व का इकलौता है।
खास बात ये है कि यहां 12 फीट लंबी प्रतिमा की छटा आकर्षक है। इस मंदिर में माता के दर्शन करने से बच्चों में होने वाला सूखा रोग ठीक हो जाता है। इतना ही नहीं मंदिर को लेकर प्रदीप कुमार का कहना है कि अगर कोई बच्चा सूखा रोग से पीड़ित है या फिर किसी मां का दूध नहीं उतरता, कोई निसंतान है या संतान संबंधी कोई समस्या है तो वह माता के दर्शन से ठीक हो जाती हैं।
संतान प्राप्ति के लिए रविवार के दिन माता के दर्शन करने के साथ उनकी पूजा करने से समस्या का निवारण हो जाता है। इस प्रकार का चमत्कार मंदिर में पहले भी देख चुके हैं। इसके अलावा अगर बच्चा हमेशा बीमार रहता है तो इस मंदिर में उस बच्चे को माता की प्रतिमा के समक्ष स्नान कराकर उनके कपड़ों को फेंक का रिवाज है। साथ ही नए कपड़े पहनाए जाते हैं। इससे बच्चा ठीक हो जाता है और उसकी सभी बीमारी खत्म हो जाती हैं।