MP Tourism : चैत्र नवरात्रि इस बार 22 मार्च 2023 से शुरू हो रही है जो 30 मार्च 2023 तक चलेगी। नवरात्रों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जारी हैं। नौ दिनों तक श्रद्धालु पूरी तरह से मां की भक्ति लीन रहते हैं। मां की उपासना के लिए व्रत रखते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्र में मां के 9 स्वरुपों की पूजा-अर्चना से घर में सुख-समृद्धि आती है। जीवन में शांति और तरक्की के रास्ते खुलते हैं।
इतना ही नहीं सबसे ज्यादा लोग माता के प्रमुख मंदिरों के दर्शन करने के लिए दूर-दूर जाते हैं और मन्नत मांगते हैं। जैसा कि आप सभी जानते हैं मध्यप्रदेह घूमने के लिहाज से बेहद खूबसूरत और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है जहां कई ऐतिहासिक, धार्मिक और प्राकृतिक जगहें मौजूद है। इतना ही नहीं यहां के धार्मिक स्थलों की मान्यता भी काफी ज्यादा है जिस वजह से सबसे ज्यादा लोग यहां घूमने के लिए और मंदिरों के दर्शन के लिए आते हैं।
आज हम आपको मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध माता मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां आप नवरात्रि में दर्शन करने के लिए जा सकते हैं। इन मंदिरों का चमत्कार और मान्यता काफी अलग है। दूर-दूर से लोग यहां माता के दर्शन कर और अपनी परेशानियों को दूर करने के लिए मन्नत मांगते हैं। अगर आप भी मध्यप्रदेश घूमने आने का प्लान बना रहे हैं तो नवरात्रि में इन माता मंदिरों के दर्शन करने जरूर जाए। आपका मन शांत होने के साथ-साथ प्रसन्न भी हो जाएगा।
MP Tourism : ये है एमपी के प्रमुख माता मंदिर-
बिजासन माता मंदिर इंदौर
इंदौर का बिजासन माता मंदिर बेहद ही प्रसिद्ध और चमत्कारी है। यहां नवरात्रि में भक्तों का तांता देखने को मिलता है। दूर-दिर से लोग माता के दर्शन के लिए आते हैं और मन्नत मांग अपनी परेशानियों को दूर करने के लिए प्रार्थना करते हैं। ये मंदिर इंदौर के एयरपोर्ट रोड पर स्थित है। आप भी जरूर दर्शन करने जाए।
देवास टेकरी
देवास टेकरी पर नवरात्रि के दौरान इतनी ज्यादा भीड़ रहती हैं कि व्यक्ति को पैर रखने तक की जगह नहीं मिलती दो से तीन घंटे लाइन में लगने के बाद मां तुलजा भवानी और मां चामुंडा के दर्शन हो पाते हैं। देवास टेकरी का चमात्र काफी ज्यादा है। यहां हर किसी की मन्नत पूरी होती हैं। दूर-दूर से लोग यहां माता के दर्शन करने के लिए आते हैं। आप भी यहां जा सकते हैं।
मां शारदा मंदिर मैहर
विंध्य पर्वत श्रृंखला के त्रिकूट पर्वत पर स्थित मां शारदा का प्रसिद्ध मंदिर हैं। यहां की मान्यता भी काफी ज्यादा है। ये देश के 52 शक्तिपीठों में से एक हैं। यहां भक्तों का तांता देखने को मिलता है। दूर-दूर से भक्त यहां दर्शन करने के लिए आते हैं। इस जगह को माई का हार के नाम से भी जाना जाता हैं।
बगलामुखी माता मंदिर-
नलखेड़ा में स्थित बगलामुखी माता मंदिर सबसे चमत्कारी और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक हैं। यहां की मान्यता काफी ज्यादा है। दूर-दूर से भक्त माता के दर्शन करने के साथ मन्नत मांगने आते हैं। कहा जाता है कि यहां मांगी गई हर मन्नत पूर्ण होती है। आप भी दर्शन करने के लिए जा सकते हैं। यहां बगलामुखी की मूर्ति स्वयंभू है।