मध्यप्रदेश के इंदौर के सिरपुर स्थित देवी अहिल्या सरोवर उद्यान में स्वामी विवेकानंद की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा की स्थापित होने जा रही है जिसकी ऊँचाई 52 फीट है। मूर्ति बनाने के लिए अलग-अलग पांच धातुओं का इस्तेमाल किया गया है। इससे मूर्ति मौसम की मार से बची रहेगी और लंबे समय तक चलेगी। पंचधातु से निर्मित होने वाली इस प्रतिमा की लागत करीब 4 करोड़ रुपए बताई जा रही है। इस प्रतिमा को बनाने में 4 करोड़ रुपए का खर्च आया है। तो वहीं प्रतिमा स्थल पर एक गैलरी भी बनेगी, जिस पर कुल 9 करोड़ खर्च होंगे। बता दें कि ये स्वामी विवेकानंद विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी।
क्या है इस प्रतिमा की खूबियां?
इस प्रतिमा की सबसे बड़ी विशेषता ये है कि इसको बनाने के लिए 5 धांतुओं का इस्तेमाल किया गया है। जो सभी मौसम में एक जैसी ही रहेगी एवं लंबी चलेगी। इस प्रतिमा को प्रसिद्ध मूर्तिकार नरेश कुमावत बना रहे हैं। इस प्रतिमा को बनाने के लिए छोटी-छोटी बारीकियों पर ध्यान दिया गया है। इसका वजह 14 टन होगा। इसमें 85 प्रतिशत कॉपर (तांबा) और शेष 15 प्रतिशत में जिंक, लेड जैसी अन्य धातुएं शामिल हैं। तांबे की अधिकता के कारण इस प्रतिमा की आयु हजारों साल होगी। इस भव्य प्रतिमा का निर्माण गुरुग्राम स्थित कुमावत के स्टूडियो ‘माटूराम कला केंद्र’ में किया जा रहा है।

प्रतिमा स्थल पर बनेगी 9 करोड़ की गैलरी
जिस स्थल पर स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा स्थापित होनी है वहां पर एक विशेष गैलरी भी बनाई जा रही है जो स्वामी विवेकानंद जी के जीवन और विचारों पर आधारित होगी। इस गैलरी को बनाने के लिए कुल 9 करोड़ रुपए का बजट बनाया गया है। इस गैलरी की सहायता से चित्रों, दस्तावेज़ों और डिजिटल माध्यमों से युवाओं को प्रेरित किया जाएगा। इतना ही नहीं ये स्थल एक नई पहचान, सांस्कृतिक गौरव और पर्यटन विकास का केंद्र बनेगा। यह भव्य प्रतिमा स्वामी जी की शिक्षाओं और दर्शन को जन-जन तक पहुँचाने का सशक्त माध्यम बनेगी। इस स्थल का भूमि पूजन एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव मई माह में कर चुके हैं।
कौन हैं मूर्तिकार नरेश कुमावत?
प्रतिमा का निर्माण देश के ख्यातिप्राप्त मूर्तिकार नरेश कुमावत द्वारा किया जाएगा, जिन्होंने देशभर में कई प्रतिष्ठित मूर्तियाँ निर्मित की हैं। नरेश कुमावत कई देशों में 600 से ज्यादा प्रतिमाएं बना चुके हैं। संसद भवन में लगी डॉ. बीआर अंबेडकर और सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमाएं भी कुमावत ने ही बनाई हैं। इसके अलावा उन्होंने न्यूयॉर्क में महात्मा गांधी और मेक्सिको में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमाएं भी तैयार की हैं। राजस्थान के नाथद्वारा में 369 फीट ऊंची शिव प्रतिमा के निर्माण में भी उनका अहम योगदान रहा है। मूर्तिकार नरेश कुमावत ने दावा किया है कि यह स्वामी विवेकानंद की दुनिया में सबसे ऊंची प्रतिमा होगी, जो जल्द ही बनकर तैयार हो जाएगी।










