बाजरे के खेत में गोली मारकर शव जलाने वाले आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

मुरैना, संजय दीक्षित। जिले के दिमनी थाना क्षेत्र के लहर के पास नहर के किनारे बाजरा के खेत में अज्ञात युवक की अदजली लाश मिलने से सनसनी फैल गई। दिमनी पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को जांच में ले लिया गया था। अज्ञात व्यक्ति की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक के सिर में गोली मार के हत्या करना बताया गया। जिस पर से अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया।अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ हंसराज सिंह के कुशल मार्गदर्शन में थाना दिमनी पुलिस द्वारा अज्ञात मृतक की शिनाख्त करने वाले अज्ञात आरोपी को गिरफ्तार करने में आज सफलता हासिल की है।

पुलिस को जानकारी मिली कि जिला भिंड के थाना उमरी क्षेत्र के ग्राम सिंगपुरा से सत्यवीर सिंह पुत्र रघुवीर सिंह भदोरिया उम्र 24 साल कुछ दिन पूर्व घर से बाहर जाने की कहकर निकला था। जिसके वापस घर नहीं लौटने पर उनके परिजनों ने थाना उमरी पर गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। जिस पर पुलिस ने गुमशुदगी के परिजनों से पूछताछ की गई एवं दिमनी थाना पहुंचकर मृतक के कपड़े, जूते एवं अन्य सामान की पहचान करने के लिए बुलाया गया। चूकिं गुमशुदा सत्यवीर के अज्ञात शव को जमीन में दफनाया गया था । जमीन से निकलवा कर मृतक के शव को देखकर परिजनों द्वारा सत्यवीर भदौरिया पुत्र रघुवीर सिंह भदौरिया उम्र 24 साल निवासी सिंगपुरा थाना उमरी जिला भिंड का होना बताया गया।अज्ञात आरोपी के संबंध में उप पुलिस अधीक्षक मानवेंद्र सिंह कुशवाह के मार्गदर्शन में दिमनी थाना प्रभारी जितेंद्र नगाईच द्वारा हत्या के आरोपी रिंकू पुत्र भगवती शुक्ला उम्र 32 साल निवासी मिश्रन का पुरा थाना दिमनी को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त देसी कट्टा तथा मृतक की मोटरसाइकिल जब्त की गई है।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।