भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। जब जब देश में चुनाव होते है , तब तब मीडिया संस्थानों द्वारा अपने अपने स्तर से सर्वे करवाए जाते है और मतदान के बाद बताया जाता है कि एक्जिट पोल (Exit Poll) में किस राजनैतिक पार्टी को कितनी सीट मिल रही है, किसकी हार और किसकी जीत हो रही है। वही मध्यप्रदेश में उपचुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज है, दोनों ही दल जीत के लिए एडी से चोटी तक का जोर लगा रहे है, इसी बीच बड़ी खबर मिल रही है कि चुनाव आयोग (Election commission) मध्यप्रदेश ने एग्जिट पोल पर पाबंदी लगा दी है, ताकी चुनाव पूर्ण रूप से निष्पक्ष हो और एक्जिट पोल से किसी भी प्रकार की भ्रम की स्थिति ना पैदा हो ।
दरअसल, मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में आगामी 3 नवबंर को 28 सीटों पर उपचुनाव (by-elections) के लिए मतदान होना है और 10 नवंबर को परिणाम आने है। नतीजों के बाद तय होगा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के बगावत के बाद बनी मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार (Shivraj government) परमानेंट होगी या फिर पिछली कमलनाथ सरकार (Kamal Nath Government) दोबारा कमबैक करेगी।मध्यप्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीटें है, जहां BJP को जीत के लिए 9 सीटों की आवश्यकता है, वही कांग्रेस को वापसी के लिए 28 सीटों पर विजय हासिल करनी है, ऐसे में एग्जिट पोल निष्पक्ष चुनाव प्रणाली को प्रभावित कर सकते है, इन्हीं सब बातो पर ध्यान रख कर मुख्य निर्वाचन आयोग मध्यप्रदेश (Chief Election Commission Madhya Pradesh) ने एक्जिट पोल पर पाबंदी लगाने का निश्चय किया है ।
चुनाव आयोग द्वारा 14 अक्टूबर को जारी अधिसूचना में निर्देश दिया गया है कि प्रत्येक चरण में संबंधित चुनाव क्षेत्रों में मतदान समाप्ति की 48 घंटे की अवधि के दौरान किसी भी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर किसी भी तरह के ओपिनियन पोल (Opinion poll)और चुनाव से जुड़े सर्वेक्षण के परिणाम को ‘दिखाना’ प्रतिबंधित है। मुख्य चुनाव आयोग ने 28 सीटों पर होने वाले चुनावों के समस्त कलेक्टरो (Collectors), जिला निर्वाचन अधिकारी (District Election Officer) और रिटर्निंग ऑफिसर (Returning officer) को पत्र लिखकर इसकी सूचना दी और इसकी प्रति समस्त मीडिया कर्मियों, समाचार पत्रों और टीवी चैनलो के लिए उपलब्ध कराकर इसकी सूचना देने के लिए भी कहा।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश (Madhyapradesh) की 28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव (By-election) में 63 लाख से अधिक मतदाता मध्य प्रदेश का भविष्य तय करेंगे। विधानसभा उप निर्वाचन 2020 में कुल मतदाता 63 लाख 51 हजार 867 है। इनमें 33 लाख 73 हजार 402 पुरूष मतदाता, 29 लाख 78 हजार 267 महिला मतदाता एवं 198 अन्य मतदाता हैं।उपचुनाव के नतीजे सरकार के साथ भाजपा (BJP) और कांग्रेस (Congress) के बड़े नेताओं का भविष्य भी तय होगा। मध्य प्रदेश के इतिहास में ये पहला मौका होगा जब एक साथ 28 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होगा।