भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) को करीब 14 महीने बाद मंगलवार को रिहा कर दिया गया। अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाए जाने से पहले उन्हें हिरासत में ले लिया गया था। जिसके बाद से ही वे एक साल से अधिक समय तक नजरबंद रही थी। उनकी रिहाई पर मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Congress Rajya Sabha MP Digvijay Singh) ने खुशी जाहिर की है। साथ ही उन्होंने 370 हटाने के बाद से अब तक के हालातों और आतंकवार पर भी सवाल उठाया है। दिग्विजय के सवालों पर प्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा (Home and Jail Minister Dr. Narottam Mishra) ने तंज कसा है।
मेहबूबा मुफ्ती की रिहाई पर दिग्विजय सिंह की खुशी जाहिर किए जाने पर मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि आज वो मेहबूबा की रिहाई पर खुशी जताई है। इन्होंने 370 हटने, 35 ए पर या फिर लद्दाख पर खुशी नहीं जताई, लेकिन मेहबूबा की रिहाई पर खुशी जता रहे हैं। इससे इनकी सोच समझ में आती है कि दिग्विजय सिंह की कैसी मानसिकता है। मंत्री मिश्रा ने कहा है कि संघ और संविधान की जो सोच है वह सिर्फ दिग्विजय सिंह जैसे लोगों की सोच है। जब भी चुनाव आते है हमारे एससी के वोटों को प्रभावित करने के लिए पहले चुनाव में कहा भाजपा वाले संविधान बदल देंगे, दूसरा चुनाव आया तो कहा भाजपा वाले आरक्षण खत्म कर देंगे, दो साल पहले चुनाव था तो कहा था कि हरिजन एक्ट खत्म कर देंगे लेकिन चुनाव खत्म होते ही यह सारी बाते भी खत्म हो जाती है। अब सिर्फ चुनाव है तो फिर उन्होंने ट्वीट कर दिया यह दिग्विजय सिंह जैसे लोगों की मानसिकता हो सकती है।
अब गोली का जवाब गोले से देते है
दिग्विजय सिंह द्वारा 370 हटाने के बाद आतंकवाद समाप्त होने और कश्मीर के हालातों में सुधार पर सवाल उठाए जाने पर गृह मंत्री ने दिग्गी को जमकर लताड़ा। उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि वो खुद जाकर देख ले आतंकवाद खत्म हुआ या नही। आज पूरी देश की मीडिया वहां पर है, कोई खबर आ रही है क्या। उन्होंने कहा कि जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे तब के आतंकवाद और आज की तुलना कर ले। पूरे देश के आतंकवाद की तुलना कर ले दिग्विजय। जब मनमोहन सिंह पीएम थे तो रेलवे स्टेशन के अंदर घुसते ही अनाउंस होता था कि स्टेशन पर कोई भी लावारिस चीज मिले तो हाथ न लगाए, उसमें बम हो सकता है। मंत्री मिश्रा ने कहा कि पहले आतंकवादी घुसते थे तो कभी अक्षरधाम, कभी मुंबई ताज में देश भर में बम ब्लास्ट हो जाते थे, चलती रेल में बम ब्लास्ट हो जाते थे। अब कश्मीर से ही नहीं निकल पाते है। पहले पाकिस्तान की गोली आती थी वार्ता होती थी, कबूतर उड़ाए जाते है। अब गोली आती है तो यहां से गोला जाता है, यह अंतर है।
दिग्विजय सिंह को नही संवैधानिक संस्था पर भरोसा
इसके अलावा दिग्विजय सिंह और विवेक तन्खा द्वारा चुनाव आयुुक्त की शिकायत किए जाने पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि दिग्विजय सिंह के पास कोई काम नहीं है तो फिर शिकायतें ही करेंगे। दिग्विजय सिंह को कोई चुनावी सभा में नहीं बुलाता। इन्हें इतना खाली नहीं छोडऩा चाहिए। उनका किसी संवैधानिक संस्था पर विश्वास रहा नही, कभी वे सेना पर उंगली उठाते हैं तो कभी न्यायपालिका के खिलाफ।चुनाव में हार जाए तो कहते हैं ईवीएम खराब है अब यह फिर उसी की रिहर्सल की ओर जा रहे हैं। उपचुनाव के नतीजों से पहले ही चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहे हैं। उपचुनाव के परिणाम आने के बाद यही कहते फिरेंगे प्रशासन का दुरुपयोग कर रहे हैं और ईवीएम भी खराब है। उन्हें मालूम है कि कांग्रेस की हार तय है।
राहुल गांधी के नाम पर नहीं मिलते वोट
भाजपा के डिजिटल प्रचार रथों से ज्योतिरादित्य सिंधिया की फोटो नदारद होने पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया तो हमारे दिलों में बसते हैं। मप्र भाजपा के प्रचार रथों पर मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष का फोटो है, लेकिन कांग्रेस के वचन पत्र में राहुल गांधी सिरे से नदारद हैं। मतलब साफ है कि कांग्रेस को समझ में आ गया है कि अब उनके नाम पर वोट नहीं मिलते।
हमारा घोषणा पत्र विकास से जुड़ा
इस दौरान गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जल्द ही भाजपा के घोषणा पत्र जारी होने की बात कही। उन्होंने कहा कि हमारा घोषणा पत्र सिर्फ विकास से जुड़ा हुआ है। हमारे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रोज जो कहते हैं, सिंधिया बोलते है, हम सब कार्यकर्ता बोलते है, वहीं बातें लिखकर बोलना है। भाजपा का घोषणा पत्र जल्दी आपके सामने होगा।