इंदौर, आकाश धोलपुरे । मतदान के 4 दिन पहले एक बार राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने खास समर्थक तुलसी सिलावट के चुनावी क्षेत्र में सांवेर के डाकच्या पहुंचे। जहां से उन्होंने पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजयसिंह को जमकर घेरा।बीजेपी नेता सिंधिया ने कहा कि कमलनाथ ने 15 माह की सरकार में प्रजातंत्र के मंदिर वल्लभ भवन को भ्रष्टाचार उद्योग का अड्डा बना दिया था।
वही उन्होंने कहा की उस वक्त मैने सुना था कि कमलनाथ राष्ट्रीय स्तर ही नही बल्कि अंतराष्ट्रीय स्तर के उद्योगपति है जिसके बाद मैने सोचा था कि कोई उद्योग मध्यप्रदेश में आएगा लेकिन 15 महीने में कोई उद्योग नही आया लेकिन कमलनाथ ने वल्लभ भवन से नया उद्योग ट्रांसफर का उद्योग संचालित किया। जहां टीआई, कलेक्टर शिक्षको सहित अन्य ट्रांसफर के लिये वल्लभ भवन में तो 10, 20 और 50 लाख की बोली लगती थी। इतना ही नही उन्होंने कहा कि मैंने पहली बार देखा कि एक एसपी का ट्रांसफर एक सप्ताह के अंदर 4 बार हुआ।
वही सिंधिया ने जनता को संबोधित कर दिग्गी और कमलनाथ की जोड़ी पर तंज कसा और कहा कि चुनाव आता है तो बड़ा भाई और छोटा भाई भी सामने आ जाता है और एक पर्दे के पीछे तो दूसरा पर्दे के सामने से खेल दिखाता है। इधर, पूर्व मंत्री उमर सिंघार द्वारा आलाकमान को लिखे गए पत्र का जिक्र करते हुए सिंधिया ने कहा उस पत्र में प्रदेश में शराब, ट्रांसफर और रेत उद्योग के मामले में दिग्विजयसिंह और कमलनाथ का जिक्र किया गया था।
इधर, बीजेपी प्रत्याशी तुलसी सिलावट के पक्ष में मतदान करने के लिए उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं और जनता से कहा कि विकास की नई इबारत लिखनी है तो समझ ले कि ये चुनाव तुलसी सिलावट का नही है बल्कि शिवराज और ज्योतिरादित्य सिंधिया का है हम साफ दिल के है हमारे हाथों को मजबूत करो ताकि आपके हाथ मजूबत हो पाए सांवेर, इंदौर और मध्यप्रदेश के हाथ मजबूत हो पाए।
वही उन्होंने कहा कि देश और बीजेपी जय जय सियाराम का नारा लगाती है और कांग्रेस में नारा लगता है जय जय कमलनाथ और ये अंतर है बीजेपी और कांग्रेस में। उन्होंने पूर्व सीएम कमलनाथ पर तंज कसा की जो व्यक्ति खुद को भगवान समझे उसके अहंकार को हमे चूर चूर करना है।
इसके अलावा सिंधिया ने कहा कि डकाच्या,निपानिया, चंद्रावतीगंज और पूरे साँवेर के लिए तुलसी सिलावट मंत्री नही बल्कि आपका बच्चा है। इस माटी में जन्मा है और आपके लाड़ प्यार से जो बीज आपने बोया था वो आज एक वट वृक्ष में रूप में आपके समक्ष खड़ा है।
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Gaurav Sharma
पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।
इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।