मुंगावली में जमकर बरसे ज्योतिरादित्य सिंधिया, कहा- कांग्रेस मतलब लापता सरकार

ज्योतिरादित्य सिंधिया

MP Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के मतदान की तारीख जैसे-जैसे पास आती जा रही है वैसे ही सभी राजनीतिक पार्टियों के स्टार प्रचारक नेताओं की सभाएं भी तेज होती जा रही है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का तूफानी चुनावी सभाओं का दौर दिवाली के एक दिन बाद फिर से शुरू हो गया है। इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अशोक नगर जिले चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे। जहां उन्होंने मुंगावली विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार बृजेंद्र सिंह यादव के लिए हाथ जोड़कर जनसमर्थन मांगा। बता दें पिछले 10 दिनों में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 60 चुनावी सभा की है।

हज़ारों की संख्या में आई जनता को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुंगावली से सिंधिया परिवार का सम्बन्ध सदियों पुराना है। इस दौरान उन्होंने अपना पहला चुनाव याद करते हुए कहा कि 2001 में जब मैं तीस साल का था तब पहली सभा यही करने आया था। उस समय के बुजुर्ग लोग मेरे पास एक बोतल में पानी लेकर आए थे वो पानी काला था। मैंने कहा नाले का पानी क्यों लेकर आए है तो उन्होंने कहा था कि ये पानी नलों से आता है। तब मैंने संकल्प लिया था कि जीत कर अगली तब ही आऊंगा जब पानी साफ़ निकलेगा। आज मुंगावली के हर नल से साफ़ पानी आता है। उन्होंने कहा कि अशोक नगर रेलवे स्टेशन पर कैसे ट्रेन रुकवाए, सिंगल ट्रैक से डबल ट्रैक और स्पीड बढ़ाने के लिए विद्युतीकरण कराया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 700 करोड़ रुपए खर्च करके विद्युतीकरण कराया और 2800 करोड़ रुपए का डबल ट्रैक कराया।


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Shashank Baranwal

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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।