MP Election 2023: बीजेपी से टिकट न मिलने पर नाराज मैहर के पूर्व विधायक नारायण त्रिपाठी अपनी पार्टी विंध्य जनता पार्टी (वीजेपी) से चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। भारतीय निर्वाचन आयोग ने उनकी पार्टी को मान्यता देते हुए चुनाव चिन्ह जारी कर दिया है। आयोग ने उनकी पार्टी को दो गन्ना और एक किसान चुनाव चिन्ह दिया है। बीजेपी के बागी के रुप में उभरी वीजेपी अपने उम्मीदवार विंध्य की कई सीटों पर उतारेगी।
टिकट न मिलने पर दिखाया बगावती तेवर
गौरतलब है कि नारायण त्रिपाठी साल 2018 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट से मैहर विधानसभा सीट से विधायक के रुप में निर्वाचित हुए थे। लेकिन इस बार बीजेपी ने पिछले चुनाव में कांग्रेस की तरफ से लड़ने वाले श्रीकांत चतुर्वेदी को टिकट दिया है। जिसे नारायण त्रिपाठी ने दो हजार 984 वोटों से हराया था। इस बात से नाराज पूर्व विधायक ने बीजेपी पार्टी से इस्तीफा दे दिया। वहीं इस्तीफे के बाद यह कयास लगाया जा रहा था कि वो एक बार फिर से कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। लेकिन कांग्रेस की तरफ से गुरुवार को जारी उम्मीदवारों के सूची में उनका नाम नहीं था। जिसके बाद नारायण त्रिपाठी ने अपनी पार्टी विंध्य जनता पार्टी से चुनाव लड़ने का एलान किया।
विंध्य पुनरोदय की मांग उठा रहे नारायण त्रिपाठी
आपको बता दें पूर्व विधायक नारायण त्रिपाठी विंध्य का एक बड़ा ब्राह्मण चेहरा हैं। वो लगातार विंध्य पुनरोदय की मांग उठा रहें हैं और लंबे समय से विंध्य को एमपी से अलग करके एक विंध्य प्रदेश की मांग कर रहे हैं। मैहर को जिला बनाने की मांग को लेकर उन्होंने बीजेपी में रहते हुए बीजेपी और सीएम शिवराज की मुखालफत कर रहे थे। बता दें मैहर को जिला बनाने की मांग पर कमलनाथ सरकार के दौरान ही कैबिनेट की मोहर लग गई थी।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को दिया था मैहर जिला बनने का श्रेय
नारायण त्रिपाठी ने मैहर को सतना जिले से अलग कर जिला बनाए जाने का श्रेय पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को दिया था। एमपी के विंध्य क्षेत्र में कुल 30 विधानसभा सीटें हैं। वहीं अब विंध्य जनता पार्टी के उम्मीदवार भी कई सीटो पर नजर आने वाले हैं। बीजेपी ने साल 2018 के विधानसभा चुनाव में 30 सीटों में से 24 सीटों पर चुनाव जीती थी।