कटनी में स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर जमकर किया हमला, कहा- कांग्रेस ने बार-बार धर्म को आहत करने का किया प्रयास

स्मृति ईरानी

MP Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव का प्रचार जोरों शोरों से चल रहा है। दोनों प्रमुख पार्टियों बीजेपी और कांग्रेस के नेता लगातार चुनावी दौरा कर रहे हैं। इसी बीच कटनी जिले के विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र के बरही बाजार में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास अल्पसंख्यक कार्य मंत्री स्मृति ईरानी संजय पाठक का समर्थन करने पहुंची। इस दौरान स्मृति इरानी राम के नाम से विजयराघवगढ़ की जनता से बीजेपी के पक्ष में वोट डालने की अपील की। मंच से स्मृति ईरानी ने विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवार संजय पाठक को उनके कांग्रेस के समय की याद दिलाते हुए कहा कि जब संजय पहली बार अमेठी में पहुंचे थे तब वहां कुछ भी नही था। साथ ही उन्होंने ने राहुल गांधी पर चुटकी लेते हुए कहा कि उस वक्त संजय तुमने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था। लेकिन राहुल गांधी को नेता नही बना सके।

कांग्रेस ने बार बार धर्म को आहत करने का किया प्रयास

स्मृति ईरानी इस दौरान कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि धर्म के नाम पर, जाति के नाम पर छिन्न भिन्न करने का कुकर्म कांग्रेस ने कई सालों से प्रयास किया। बार बार हमारे धर्म को आहत करने का प्रयास किया। लेकिन आज राम भक्त अभिनंनदन के पात्र हैं। जिसने न तो धर्म छोड़ा और न ही धैर्य। साथ ही कहा कि 22 जनवरी का दिन, जब रामलला का भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। वह कुछ सालों का संघर्ष नहीं बल्कि 5 सौ सालों का इंतजार है। स्मृति ईरानी ने कहा कि हमारे पुरखे मिट गए लेकिन न हमारा धर्म मिटा और न ही हमारा धैर्य मिटा।


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Shashank Baranwal

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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।