Ganga Vilas Cruise: दुनिया का सबसे लंबा रिवर क्रूज गंगा विलास अपने पहले सफर पर रवाना हो गया है। वाराणसी से इसे 51 दिन के सफर पर डिब्रूगढ़ तक भेजा गया है। यह भारत में बनाए गए इस रिवर क्रूज की 3200 किलोमीटर की पहली और अब तक की सबसे बड़ी यात्रा होगी। लग्जरी क्रूज में सफर करने के लिए लोग काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। हालांकि मार्च 2024 तक के लिए इसकी टिकट पूरी तरह से बुक है। लहरों पर गोते लगाते इस रिवर क्रूज का सफर करने के लिए लोग मोटी रकम चुकाने को तैयार है। हम आपको इस क्रूज के शानदार इंटीरियर के साथ इसके मालिक और क्रूज की खासियत के बारे में भी जानकारी देते हैं।
कौन हैं Ganga Vilas Cruise के मालिक
5 स्टार होटल की सुविधाओं से लैस इस रिवर क्रूज के मालिक राज सिंह नामक शख्स हैं। वह इस क्रूज का निर्माण करने वाली अंतरा लग्जरी रिवर क्रूज कंपनी के फाउंडर हैं। उनके मुताबिक यह शानदार क्रूज अब तक के सारे रिवर क्रूज से बहुत ही अलग है। इसके संचालन में आईलैंड वॉटरवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया जो मिनिस्ट्री ऑफ शिपिंग पोर्ट एंड वॉटरवेज के अंतर्गत संचालित होती है उसके समर्थन में किया जा रहा है।
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गंगा विलास की खासियत
गंगा विलास क्रूज को भारतीय संस्कृति को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। इसमें ब्राइट और लाइट रंगों का इस्तेमाल होने के साथ भारतीय संस्कृति से जुड़ी कलाकृतियों का निर्माण किया गया है। मेक इन इंडिया और भारतीयता यह दोनों ही चीज इस स्क्रूज की डिजाइन में झलकती है।
निर्माण में हुआ इतना खर्च
62 मीटर लंबे गंगा गिलास क्रूज को पूरी तरह से इंडिया में ही तैयार किया गया है। इसे बनाने में 68 करोड़ खर्च किए गए हैं। अगर यही क्रूज विदेश में तैयार करवाया जाता तो यह खर्च दोगुना होता। लेकिन भारत में ही इसे बनाकर मेक इन इंडिया के मानदंड पर खरा उतरने की कोशिश की गई है।
नो टू ड्रिंक एंड नॉन वेज
लग्जरी सुविधाओं से उपयुक्त इस क्रूज पर टूरिस्ट को शानदार एक्सपीरियंस मिलने वाला है। खाने पीने की चीजों के यहां कई ऑप्शन है। यहां बनाए गए रेस्त्रां में इंडियन के साथ कॉन्टिनेंटल फूड भी परोसा जाएगा लेकिन इसमें नॉनवेज कहीं भी मौजूद नहीं होगा। इसी के साथ क्रूज पर शराब भी नहीं परोसी जाएगी।
मौजूद हैं ये सुविधाएं
गंगा विलास क्रूज में सफर करने वाले टूरिस्ट के लिए हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई है। जिम, ओपन गार्डन, स्पेस बालकनी, स्पा समेत यहां पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, म्यूजिकल नाइट्स की व्यवस्था भी मौजूद है।
नदी को रखेगा गंदगी से मुक्त
यह विशालकाय क्रूज 27 नदी प्रणालियों से होकर गुजरने वाला है। यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश और असम से गुजरने के दौरान यह किसी भी तरह से नदियों को प्रदूषित नहीं करेगा। इसमें खास एसटीपी प्लांट लगा हुआ है जिसकी वजह से क्रूज की गंदगी नदियों में नहीं जाएगी। सुरक्षा की दृष्टि से भी इसमें खास इंतजाम किए गए हैं कुछ गाइड शिप तैनात किए गए हैं जो इसकी सुरक्षा का ध्यान रखेंगे।