1 करोड़ कर्मचारियों के लिए गुड न्यूज, फिर 3% बढ़ेगा मंहगाई भत्ता! जानें कितनी बढ़ेगी सैलरी

Pooja Khodani
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट 7th Pay Commission. 1 करोड़ केन्द्रीय कर्मचारियों-पेंशनरों (Central Employees DA Hike) के लिए खुशखबरी है।एक बार फिर महंगाई भत्ता बढ़ने वाला है। AICPI (All India Consumer Price Index) के मार्च के आंकड़े के बाद 3 प्रतिशत डीए बढ़ना तय माना जा रहा है।अगर ऐसा हुआ तो डीए  34% से 37% हो सकता है और इससे कर्मचारियों की सैलरी में बड़ा उछाल देखने को मिलेगा। इसका लाभ 52 लाख से अधिक कर्मचारियों और 68 लाख पेंशनरों को मिलेगा।

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दरअसल, केन्द्र सरकार साल में 2 बार केन्द्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाती है। इसमें पहली वृद्धि जनवरी से जून तक  और दूसरी जुलाई से दिसंबर के लिए की जाती है, जो की AICPI इंडेक्स के आंकड़ों पर निर्भर करती है।  अब जुलाई में डीए का जनवरी और फरवरी के बाद अब AICPI इंडेक्स ने मार्च के आंकड़े जारी कर दिए है, इसके तहत जनवरी 2022 में 0.3 अंकों की गिरावट के बाद अंक 125.1 पर आया और फरवरी में भी 0.1 अंक की गिरावट आई है, लेकिन मार्च में 1 प्वाइंट बढ़कर 126 पर पहुंच गया है, ऐसे में एक बार फिर DA बढ़ना तय माना जा रहा है।

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हाल ही में हुई 3% वृद्धि के बाद डीए 34% हो गया है और अब अगर बढ़ता है तो यह 37% हो जाएगा।कयास लगाए जा रहे है कि केंद्र की मोदी सरकार (Central Government) जुलाई में एक बार फिर केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) और महंगाई राहत (Dearness Relief) को बढ़ा सकती है।  चुंकी मार्च में एक अंक की बढोतरी कर्मचारियों के लिए बड़ा ही शुभ संकेत है, ऐसे में जुलाई में महंगाई भत्ता (Next DA Hike) 3% से 4% तक बढ़ने की संभावना है, हालांकि, अभी अप्रैल-मई और जून के आंकडे आना बाकी है, अगर इसमें आगे भी उछाल आता है तो उम्मीद की जा सकती है कि DA में 4% तक वृद्धि की जा सकती है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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