देहरादून, डेस्क रिपोर्ट। उत्तरखंड के 53000 केंद्रीय पेंशनर्स को बड़ा झटका लगा है।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अधिकृत केमिस्ट ने पेंशनरों को दवा वितरण की सुविधा बंद कर दी है, जिसके बाद नाराज पेंशनर एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री, सांसद अनिल बलूनी व नरेश बंसल, महानिदेशक सीजीएचएस और पेंशन व पेंशनर्स कल्याण मंत्री को से मदद की गुहार है और जल्द तत्काल पुरानी व्यवस्था को बहाल करने की मांग की।
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दरअसल, उत्तरखंड के करीब 53 हजार केंद्रीय पेंशनरों को सीजीएचएस के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाती हैं। इसके तहत इन कर्मचारियों को इंटेंडेड दवाईयां सीजीएचएस के अधिकृत केमिस्ट से मिलती हैं, लेकिन हाल ही में महानिदेशालय ने इन दवाईयों की आपूर्ति प्रतिबंधित कर दी। ऐसे में नाराज पेंशनरों ने अपर निदेशक सीजीएचएस को ज्ञापन भेजा और तत्काल पुरानी व्यवस्था को बहाल करने की मांग की।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पेंशनरों का कहना है कि विशेषज्ञ चिकित्सकों की तरफ से लिखी जा रही इन दवाइयों की आपूर्ति क्रमबद्ध रूप से अधिकृत केमिस्ट कानूनी प्रक्रिया (टेंडर) के तहत करते हैं। जो दूसरे दिन संबधित वेलनेस सेंटर में मरीजों को कैशलेस रूप में मिलती हैं।CGSH स्टोर में उपलब्ध बाकी दवाइयां उसी दिन संबधित मरीजों को दी जाती हैं। लेकिन अब बिना किसी नोटिस या कारण बताए इस सुविधा को बंद कर दिया गया है, जिससे पेंशनरों में नाराजगी है।
इससे नाराज दून केंद्रीय पेंशनर्स एसोसिएशन ने दो बार सीजीएचएस इंचार्ज (अपर निदेशक) डॉ. जानकी जंगपांगी का घेराव किया। वही चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर एक सप्ताह के अंदर यह आदेश वापस न लिया गया तो वह उग्र आंदोलन शुरू कर देंगे।