नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। 7th Pay Commission. केंद्रीय कर्मचारियों ( Central Government employees) के लिए बड़ी खबर है। एक तरफ मोदी सरकार ने संसद में कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 3% से ज्यादा बढ़ोतरी करने से इंकार कर दिया है वही दूसरी तरफ कर्मचारियों के फिटमेंट फैक्टर में भी रोड़ा अटक गया है।इस साल 2022 में फिटमेंट फैक्टर नहीं बढ़ाया जाएगा, इसके लिए कर्मचारियों को अभी और इंतजार करना होगा। हालांकि इस संंबंध में अभी तक सरकार की तरफ से कोई अधिकारिक बयान या पुष्टी नहीं गई है। आखरी बार फिटमेंट फैक्टर 2016 में बढाया गया था, जिसमें न्यूनतम बेसिक सैलरी 6,000 रुपये से बढ़ाकर 18,000 रुपये की गई थी।
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दरअसल, लंबे समय से केन्द्रीय कर्मचारियों द्वारा फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor 3.68 hike) बढ़ाने की मांग की जा रही थी। इसका कारण यह था कि फिटमेंट फैक्टर का कर्मचारियों की सैलरी में अहम रोल माना जाता है, इससे बेसिक सैलरी तय होती है और भत्ता भी अपने आप बढ़ जाता है।मोटे तोर पर कहे तो इससे सैलरी में ढ़ाई गुना तक इजाफा देखने को मिलता है।पहले अटकले लगाई जा रही थी कि मोदी सरकार इस पर विचार कर रही है, लेकिन ताजा मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कोरोना के चलते राजस्व में सरकार को बड़ा नुकसान हुआ है, ऐसे में कर्मचारियों की सैलरी में वृद्धि कर सरकार अभी अतिरिक्त वित्तीय बोझ बढ़ाने के मूड में नहीं है।यानि इस वर्ष यानी 2022 में फिटमेंट फैक्टर नहीं बढ़ेगा।
फिटमेंट फैक्टर के बढ़ते ही 49000 तक बढ़ेगी सैलरी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर फिटमेंट फैक्टर को 2.57 गुना से बढ़ाकर 3.68 गुना किया जाता है तो बेसिक सैलरी 18 हजार से 26000 हो जाती है।फिटमेंट फैक्टर के 3.68 फीसदी बढ़ने पर सैलरी में 8000 का लाभ मिलेगा इससे करीब 52 लाख कर्मचारियों को फायदा होगा। उदाहरण के तौर पर- अगर किसी केंद्रीय कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18,000 रुपए है, तो भत्तों को छोड़कर उसकी सैलरी होगी 18,000 X 2.57= 46,260 रुपए होगी। वही 2.57 को 3 मान लिया जाए तो सैलरी होगी 21,000X3= 63,000 रुपए बनेगी।वही फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor 3.68 hike) 2.57 से बढ़कर 3.68 किया जाता है, तब यही सैलरी 95,680 रुपये (26000X3.68 = 95,680) हो जाएगी। इसका मतलब कुल मिलाकर कर्मचारियों की सैलरी में 49,420 रुपए का इजाफा होगा।
फिटमेंट फैक्टर की मांग क्यों?
कर्मचारी की बेसिक सैलरी को 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission latest update) के फिटमेंट फैक्टर 2.57 से गुणा करके निकाला जाता है।7वां वेतन आयोग लागू होने के बाद से छठे वेतन आयोग के Pay Band में ग्रेड-पे जोड़कर मूल वेतन बनाया गया, इसमें करंट एंट्री लेवल की सैलरी को फिटमेंट फैक्टर 2.57 से गुणा करके निकाला जाता है। अगर 2.57 फीसदी से फिटमेंट फैक्टर 3 गुना होता है तो कर्मचारियों की बेसिक पे 18,000 रुपए से बढ़कर 21,000 रुपए और 3.68 फीसदी होता है तो 96000 तक सैलरी होगी।खास बात ये है कि अगर फिटमेंट फैक्टर में सरकार बदलाव करती है, तो इससे कर्मचारियों की सैलरी ढाई गुना से ज्यादा तक बढ़ सकती है।