Central Employees Salary Hike 2023 : 2022 की तरह केन्द्रीय कर्मचारियों पेंशनरों (7th Pay Commission) को नए साल 2023 में 2 बड़े तोहफे मिल सकते है। पहला नया महंगाई भत्ता और फिटमेंट फैक्टर। AICPI इंडेक्स के सितंबर 2022 के आंकड़ों से अनुमान लगाया गया है नए साल में कर्मचारियों का 3 से 5 प्रतिशत के बीच महंगाई भत्ता बढ़ सकता है। इसके आलाव फिटमेंट फैक्टर को भी 2.57 फीसदी से बढ़ाकर 3.68 फीसदी तक किया जा सकता है।इससे सैलरी में 30000 से 1 लाख तक उछाल देखने को मिलेगा। इसका ऐलान 2023 में कब होगा इसकी अभी अधिकारिक पुष्टि होना बाकी है।
AICPI के आंकड़ों में उछाल
दरअसल,केन्द्र सरकार साल में दो बार सरकारी कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाती है, जो AICPI इंडेक्स के आंकड़ों पर निर्भर करता है। 2022 के लिए दोनों जनवरी-जुलाई की डीए की दरों का ऐलान किया जा चुका है और अब 2023 में ऐलान होना है। जुलाई से सितंबर के आंकड़े आ चुके है और अभी अक्टूबर नवंबर और दिसंबर के आना बाकी है। अबतक के आंकड़ों के अनुसार, AICPI इंडेक्स में कुल 2.1 फीसदी की तेजी आई है, सितंबर में ये आंकड़ा 131.2 पर रहा है। दिसंबर 2022 तक के आंकड़ों के आधार पर महंगाई भत्ते बढ़ेगा, अभी सितंबर तक के आंकड़े आए हैं और अक्टूबर नवंबर दिसंबर के आने बाकी है।
3 से 5 फीसदी बढ़ेगा महंगाई भत्ता
इन आंकड़ों को देखने को बाद संभावना जताई जा रही है कि नए साल में केन्द्रीय कर्मचारियों-पेंशनरों का डीए 3 से 5 फीसदी तक बढ़ाया जा सकता है, जिसके बाद यह 42 या 43 फीसदी हो सकता है। मार्च में बजट सत्र के दौरान इसका ऐलान किया जा सकता है, लेकिन इसे लागू जनवरी 2023 से लागू किया जाएगा।फिलहाल कर्मचारियों को 38 फीसदी डीए का लाभ मिल रहा है और आगे दूसरी छमाही में AICPI इंडेक्स के नंबर्स से तय होगा कि जनवरी 2023 में कितना महंगाई भत्ता (Dearness allowance) बढ़ेगा। जनवरी 2023 में होने वाला इजाफा दिसंबर तक आए आंकड़ों के हिसाब से होगा।
3.00 से 3.68 फीसदी बढ़ने की संभावना
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो महंगाई भत्ते के साथ साथ लंबे समय से उठ रही फिटमेंट फैक्टर की मांग को भी नए साल में पूरा किया जा सकता है। केन्द्र की मोदी सरकार 2023 में कर्मचारियों के फिटमेंट फैक्टर में बढ़ोतरी का ऐलान कर सकती है, 7वें वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर 2.57 से बढ़ाकर 3.00 या फिर 3.68 फीसदी किया जा सकता है।चुंकी इस फैक्टर के कारण ही कर्मचारियों के वेतन में ढाई गुना से अधिक की वृद्धि होती है, ऐसे में कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 18000 से बढ़कर 21000 या 26000 हो जाएगी।
बजट सत्र के बाद हो सकता है ऐलान
दरअसल, फिटमेंट फैक्टर केन्द्रीय कर्मचारियों की मिनिमम सैलरी तय करने का एक बड़ा पैमाना है। 7वें वेतन आयोग में जो Pay matrix बने है वे Fitment factor पर बेस्ड हैं, ऐसे में कर्मचारियों को मिलने वाली सैलरी में फिटमेंट फैक्टर का अहम रोल माना जाता है। ये कर्मचारी के भत्तों के अलावा उनकी बेसिक सैलरी (Basic Salary) और फिटमेंट फैक्टर आधार पर तय किया जाता है।मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कर्मचारियों के फिटमेंट फैक्टर को लेकर सरकार और संबंधित विभागों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है। संभावना है कि सरकार अगले साल 1 फरवरी 2023 को पेश होने वाले बजट के बाद इस पर फैसला ले सकती है। हालांकि अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है।
कितनी बढ़ेगी सैलरी
- फिटमेंट फैक्टर के कारण केन्द्रीय कर्मचारियों के वेतन में ढाई गुना से अधिक की वृद्धि होती है।
- वर्तमान में 7वें वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) 2.57 गुना है और बेसिक सैलरी 18000 है।
- उदाहरण के तौर पर, यदि किसी केंद्रीय कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18,000 रुपए है, तो भत्तों को छोड़कर उसकी सैलरी 18,000 X 2.57= 46,260 रुपए का लाभ होगा।
- 3.68 होने पर सैलरी 95,680 रुपये (26000 X 3.68 = 95,680) हो जाएगी यानि सैलरी में 49,420 रुपए लाभ मिलेगा।3 गुना फिटमेंट फैक्टर होने पर सैलरी 21000 X 3 = 63,000 रुपये होगी।