7th pay Commission, Employees Basic Salary : कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। दरअसल उन्हें जल्द बड़ा तोहफा मिल सकता है। वर्तमान में केंद्रीय कर्मचारियों के लिए सरकार द्वारा उनके महंगाई भत्ते में 4 फीसद की वृद्धि की गई है। वहीं उनके न्यूनतम वेतन में वृद्धि की तैयारी की जा रही है। महंगाई भत्ते में वृद्धि के बाद माना जा रहा है कि कर्मचारियों को जल्द ही एक बड़ा तोहफा मिलेगा। सैलरी में भी बड़ा इजाफा देखने को मिल सकता है। आगामी चुनावों से पहले मोदी सरकार कर्मचारी वर्ग को साधने के लिए फिटमेंट फैक्टर की दरों में संशोधन कर सकती है।
52 लाख से अधिक कर्मचारियों को मिलेगा लाभ
रिपोर्ट की मानें तो बेसिक सैलरी फिलहाल 18000 है। वही फिटमेंट फैक्टर की दरों में संशोधन होने के बाद बेसिक सैलरी के बढ़कर 21000 या 26000 रूपए तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। वहीं इसका लाभ 52 लाख से अधिक कर्मचारियों को मिलेगा।
सरकार ले सकती है फैसला
हालांकि सरकार द्वारा इसकी अधिकारिक पुष्टि अभी नहीं की गई है। वर्तमान में कर्मचारियों को 2.57 फीसद की दर से फिटमेंट फैक्टर का लाभ दिया जा रहा है जबकि कर्मचारी वर्ग लंबे समय से फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाकर 3.68 करने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि आगामी चुनाव से पहले मोदी सरकार फिटमेंट फैक्टर को 3 या 3.68 गुना तक बढ़ाने का फैसला ले सकती है।
इतनी बढ़ेगी सैलरी
वहीं यदि मोदी सरकार फिटमेंट फैक्टर को 3 फीसद की दर से बढ़ाती है तो न्यूनतम बेसिक सैलरी 18000 से बढ़कर 21000 रूपए हो जाएगी जबकि फिटमेंट फैक्टर को अगर 3.68 फीसद की दर से बढ़ाया जाता है तो कर्मचारियों की न्यूनतम बेसिक सैलरी 26000 रूपए हो सकती है।
फिटमेंट फैक्टर को 2026 से लागू किए जाने की तैयारी संभव
वही उम्मीद जताई जा रही है कि फिटमेंट फैक्टर पर फैसला अगले साल 2024 में नए वेतन आयोग के गठन के समय लिया जा सकता है क्योंकि 2024 में चुनाव होने हैं। ऐसे में फिटमेंट फैक्टर को 2026 से लागू किए जाने की तैयारी की जा रही है। वहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वित्त विभाग द्वारा कर्मचारी की मांग पर जल्द विचार किया जा सकता है।
इसके साथ ही समीक्षा के आधार पर दी गई सिफारिश को मंत्रालय को भेजा जा सकता है। इससे पहले केंद्र सरकार 2016 में फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाया गया था। इसके साथ ही सातवें वेतन आयोग को भी लागू किया गया था।जिसके बाद कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी 6000 रूपए से बढ़कर 18000 रूपए पहुंच गई थी। वही आंकड़ों के अनुमान के मुताबिक फिटमेंट फैक्टर में वृद्धि होने के साथ ही कर्मचारियों के वेतन बढ़ कर 63000 रुपए हो सकते हैं। जबकि उनके मूल वेतन बढ़कर 39835 रूपए तक हो सकते हैं।