नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। 28 सितंबर का दिन सरकारी कर्मंचारियों के लिए खास साबित हो सकता है। महीने के अंत यानि 28 सितंबर को मोदी कैबिनेट की अहम बैठक बुलाई गई है, जिसमें कर्मचारियों के महंगाई भत्ते, फिटमेंट फैक्टर वृद्धि समेत अन्य भत्तों को लेकर बड़ा फैसला हो सकता है।संभावना है कि दिवाली से पहले कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में 49000 से 96000 तक की बढोतरी हो सकती है, हालांकि यह तब होगा जब फिटमेंट फैक्टर 2.57 से बढ़कर 3.68 हो जाएगा।
लाखों कर्मचारियों के लिए खुशखबरी! 15 सितंबर को 3% DA वृद्धि का ऐलान संभव, एरियर भुगतान पर अपडेट
ताजा मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 28 सितंबर को होने वाली कैबिनेट बैठक में केन्द्रीय कर्मचारियों का 4 प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाया जा सकता है। अगर इसे 1 जुलाई से लागू किया गया तो बढ़ी हुई सैलरी के साथ 3 महीने का एरियर का भी भुगतान किया जा सकता है। इसका लाभ करीब 1 करोड़ कर्मचारियों को मिलेगा। इसके साथ ही फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) पर भी बड़ा ऐलान किया जा सकता है। अगर फिटमेंट फैक्टर में 2.57 से बढ़कर 3.68 होता है तो कर्मचारियों की न्यूनतम बेसिक सैलरी (Minimum Basic Salary) में बड़ा इजाफा देखने को मिलेगा।
दरअसल, फिटमेंट फैक्टर का केन्द्रीय कर्मचारियों की बेसिक सैलरी तय करने में अहम रोल माना जाता है।7वें वेतन आयोग में केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) से तय होती है ।इस फैक्टर के कारण ही केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में ढाई गुना से अधिक की बढ़ोतरी होती है। वर्तमान में फिटमेंट फैक्टर 2.57 फीसदी है, जिसे केंद्र सरकार के कर्मचारी लंबे समय से 3.68 फीसदी करने की मांग कर रहे है। ऐसा होने पर कर्मचारियों की न्यूनतम बेसिक सैलरी 18,000 रुपये से सीधे 26,000 रुपये हो जाएगी। इससे 52 लाख से ज्यादा कर्मचारी लाभान्वित होंगे।
बता दे कि फिटमेंट फैक्टर के आधार पर ही पुरानी बेसिक पे से रिवाइज्ड बेसिक पे की कैलकुलेशन की जाती है।पिछली वेतन आयोग की रिपोर्ट में फिटमेंट फैक्टर एक महत्वपूर्ण सिफारिश है, इसी आधार पर वेतन वृद्धि तय होगी। आखिरी बार 2017 में एंट्री लेवल बेसिक पे 7000 रूपये प्रतिमाह से बढ़ाकर 18000 रूपये की गई थी। इसके लागू होने से लेवल मैट्रिक्स 1 से केंद्रीय कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी 26,000 रुपये से शुरू हो जाएगी।
वर्तमान में केन्द्रीय कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर 2.57 गुना है, इसी आधार पर न्यूनतम बेसिक सैलरी 18000 रुपये है और अधिकतम बेसिक सैलरी 56900 रुपये है।अगर फिटमेंट फैक्टर बढता है तो बेसिक सैलरी 18000 से बढकर 26000 हो जाएगी यदि किसी केंद्रीय कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18,000 रुपए है, तो भत्तों को छोड़कर उसकी सैलरी 18,000 X 2.57= 46,260 रुपए का लाभ होगा। 3.68 होने पर सैलरी 95,680 रुपये (26000 X 3.68 = 95,680) हो जाएगी यानि सैलरी में 49,420 रुपए लाभ मिलेगा।