कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी! जल्द 21 हजार तक बढ़ेगी सैलरी, 1 करोड़ को होगा लाभ

Pooja Khodani
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। 7th Pay Commission. केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों को जल्द एक और गुड न्यूज मिलने वाली है। केंद्रीय कर्मचारियों का एक बार फिर 2 से 3 प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ने वाला है, इससे सैलरी में 21 हजार तक की सालाना बढोत्तरी होगी और करीब 1 करोड़ कर्मचारी लाभान्वित होंगे। वही अगर फिटमेंट फैक्टर भी बढ़ा तो बेसिक सैलरी में 8,000 रुपये की बढ़ोतरी होगी।संभावना जताई जा रही है कि इस नए साल 2022 में मोदी सरकार इन दोनों पर फैसला ले सकती है।

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,  2022 में एक बार फिर मोदी सरकार महंगाई भत्ता बढ़ा सकती है। वर्तमान में AICPI सितंबर 2021 तक के आंकड़ों के अनुसार डीए 32.81 फीसदी है और अक्टूबर-नवंबर-दिसंबर की गणना के बाद यह 31 से 34% हो जाएगा, जिससे सैलरी में बंपर उछाल देखने को मिलेगा। दूसरे शब्दों में समझे तो अगर दिसंबर 2021 तक CPI(IW) का आंकड़ा 125 तक रहता है तो DA 3% वृद्धि निश्चित है और इसका भुगतान जनवरी 2022 में किया जा सकता है।

बीते साल 2021 में मोदी सरकार ने महंगाई भत्ता 28 फीसदी से 31 प्रतिशत किया था और अब अगर नए साल 2022 में गणना के बाद 2 से 3 प्रतिशत फिर बढाती है, तो यह 34 प्रतिशत हो जाएगा और सैलरी में 21 हजार तक की वृद्धि होगी।34 प्रतिशत DA होने पर 18,000 रुपए बेसिक सैलरी वाले कर्मचारियों का महंगाई भत्ता सालाना 6,480 रुपए और 56000 सैलरी वाले का सालाना महंगाई भत्ता 20,484 रुपए हो जाएगा।इससे करीब 1 करोड़ यानि 68 लाख कर्मचारी और 48 लाख पेंशनर्स को लाभ मिलेगा।

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वही 2022 में मोदी सरकार ने फिटमेंट फैक्टर भी बढ़ाया तो न्यूनतम सैलरी में 8 हजार का इजाफा होगा।संभावना जताई जा रही है कि मोदी सरकार जल्द  3.68 फीसदी फिटमैंट फैक्टर बढ़ा सकती है,जिसके बाद 8,000 रुपये की बढ़ोतरी से कर्मचारियों का मूल वेतन बढ़कर 26,000 रुपये हो जाएगा। इससे पहले आखरी बार फिटमेंट फैक्टर को 2016 में बढ़ाया गया था,  जिसमें कर्मचारियों का न्यूनतम बेसिक वेतन 6,000 रुपये से बढ़कर 18,000 रुपये किया गया था।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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