नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। आज के परिदृश्य को ध्यान में रखकर बात करें तो देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में सोशल मीडिया के माध्यम से नफरत फैलाना बहुत ही आसान हो गया है। कुछ व्यक्ति अपनी वाक और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का कुछ गलत ही फायदा उठा रहा है। सोशल मीडिया का एक पोस्ट ही उत्पाती कृत्य कराने में सक्षम और इन्हीं की वजह से आय दिन दंगे और मॉब लॉन्चिंग जैसे घिनौने अपराध देखने को मिल जाते है।
हालांकि, दुनियाभर की सरकारें इस पर नकेल कसने की कोशिश कर रही है, लेकिन शायद भारत सरकार ने अपने देश में नफरती कंटेंट को डिजिटल प्लेटफार्म से खत्म करने का मन बना लिया है। इसी कड़ी में सरकार ने 8 यूट्यूब चैनल को ब्लॉक कर दिया है। ये चैनल देश विरोधी कंटेंट बनाने, विदेशी संबंधों और सार्वजनिक व्यवस्था को लेकर दुष्प्रचार फैला रहे थे।
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सूचना प्रसारण मंत्रालय के मुताबिक IT नियम 2021 के तहत 7 भारतीय और 1 पाकिस्तान के यूट्यूब समाचार चैनल को बैन किया गया है। ब्लॉक किए गए चैनलों को 114 करोड़ से ज्यादा बार देखा जा चुका था और इन चैनलों के 85 लाख 73 हजार सब्सक्राइबर थे, जो इन चैनलों के माध्यम से देश विरोधी और झूठी जानकारी शेयर कर रहे थे।
इससे पहले भी भारत ने 21 जुलाई 2021 को बड़ी कार्रवाई करते हुए 94 यूट्यूब चैनल, 747 वेबसाइटों और 19 सोशल मीडिया एकाउंट्स को ब्लॉक किया गया था। आईटी एक्ट 2000 के सेक्शन 69 A के अनुसार, भारत की अखंडता और प्रभुता को ध्यान में रखते हुए और सुरक्षा को देखते हुए, समय-समय पर निर्णय लिए जाते हैं।