भारत में शहरों की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए फ्लाईओवर, हाईवे और एक्सप्रेसवे का निर्माण तेजी से किया जा रहा है, जिससे यात्रियों को जाम की समस्या से तो छुटकारा मिल ही रहा है। इसके साथ ही उनकी यात्रा में लगने वाला समय भी घट गया है। शहरों में तेजी से रिंग रोड और फ्लाईओवर बनाए जा रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों और वाहन चालकों को बहुत ही ज्यादा फायदा मिला है। कई शहर तो ऐसे हैं, जहां फ्लावर का मकड़ जाल तैयार कर लोगों के सफर को आसान बना दिया गया है।
इन फ्लावर रिंग रोड की सारी देखरेख NHAI द्वारा की जाती है। इन दिनों तेजी से भारत के विभिन्न शहरों का विकास हो रहा है, जिनमें से कई शहरों की पहचान अब उनके इंफ्रास्ट्रक्चर से ही होती है।

लोगों का सफर आसान
पिछले कई सारे आर्टिकल्स में हम आपको भारत के विभिन्न शहरों से रूबरू करवा चुके हैं, जो कि अपने महत्व के लिए देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया भर में प्रसिद्ध है, लेकिन आज हम आपको उस शहर से रूबरू करवाने जा रहे हैं, जिसे सिटी ऑफ फ्लाईओवर कहा जाता है। यहां इतने ज्यादा रिंग रोड और फ्लाईओवर है कि लोग अपने सफर को चुटकियों में पूरा कर लेते हैं। यह सभी फ्लाईओवर शहर को एक छोर से दूसरे छोर तक जोड़ने का काम करती है।
चेन्नई (Chennai)
दरअसल, इस शहर का नाम चेन्नई है, जिसे सिटी ऑफ फ्लाईओवर भी कहा जाता है। यहां पर सबसे ज्यादा फ्लाईओवर है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, शहर में 272 ब्रिज, ROB और RUB है। अभी भी कई ऐसे स्थान है, जहां पर फ्लाईओवर का निर्माण जारी है। इसके अलावा, एलिवेटेड रोड और अंडरपास का भी जगह-जगह पर निर्माण किया गया है, जिससे लोगों का सफर बहुत आसान और सुगम हो चुका है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो चेन्नई का काठीपाड़ा फ्लाईओवर बहुत मजबूत और मशहूर है। इसका आकर्षक डिजाइन घास की पत्तियों की तरह है, जो कि ऊपर से देखने में बहुत ही ज्यादा खूबसूरत लगता है। किसी बिल्डिंग से शहर का नजारा बहुत ही खूबसूरत नजर आता है। इस फ्लाईओवर को कई सारी फिल्मों में दिखाया जा चुका है।
ट्रैफिक फ्री शहर बनाने का लक्ष्य
यहां पर सबसे ज्यादा फ्लावर का निर्माण इसलिए किया गया है, क्योंकि जाम की समस्या यहां बहुत अधिक है। ट्रैफिक प्रेशर के चलते अधिक से अधिक फ्लाईओवर का निर्माण किया गया है, ताकि सड़क यातायात को सिग्नल फ्री किया जा सके और वाहन चालक कम समय में शहर के कोने कोने तक पहुंच सके।