उत्तर प्रदेश के संभल जिले से बिजली चोरी का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। दरअसल संभल जिले की मस्जिद और मदरसे की छत का उपयोग करके पूरे मोहल्ले में अवैध बिजली सप्लाई की जा रही थी। इसके बाद शनिवार को डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया और एसपी द्वारा की गई छापेमारी में यह अनोखा मामला उजागर हुआ है। वहीं इस दौरान अधिकारियों द्वारा पूरे क्षेत्र को बिजली चोरी से मुक्त करने का संकल्प लिया गया।
जानकारी के मुताबिक इलाके में डीएम और एसपी द्वारा संभल में हुई हिंसा के बाद लाउडस्पीकर को लेकर छानबीन की जा रही थी। वहीं इस दौरान अवैध बिजली चोरी का मामला उजागर हुआ है।
कैसे हुआ मामले का खुलासा
दरअसल शनिवार को जिले में प्रशासनिक टीम द्वारा संभल में हुई हिंसा को लेकर इलाके में लाउडस्पीकर को लेकर छानबीन की जा रही थी। इस सिलसिले में सुबह डीएम मनीष बंसल और एसपी चक्रेश्वरी मिश्रा पहुंचे थे। जब टीम मस्जिद और मदरसे पर पहुंची तो देखा कि इसकी छत पर कंटिया लगाकर 150 से 200 घरों को अवैध बिजली सप्लाई की जा रही है। इसके लिए मस्जिदों और मदरसे की छत को अवैध बिजली घर की तरह व्यवस्थित किया गया था।
इसे लेकर क्या बोले डीएम राजेंद्र पेशिया
वहीं मामले का खुलासा होने के बाद संभल के डीएम राजेंद्र पेशिया ने कहा कि “हम यहां आज लाउडस्पीकर को लेकर जांच करने आए थे। लेकिन इस दौरान यहां देखा गया की बड़ी संख्या में अवैध बिजली चोरी की जा रही है। यहां करीब 150 से 200 घरों और धार्मिक स्थलों पर बिजली चोरी की जा रही है। हम जब मस्जिद के पास पहुंचे तो यहां करीब 59 पंखे, एक फ्रिज, एक वॉशिंग मशीन और करीब 25 से 30 लाइट प्वाइंट थे और जिनका मीटर बंद था और कंटिया लगा रखी थी।”