PWD इंजीनियर हरिप्रसाद मीणा के ठिकानों पर ACB की रेड, कई लक्जरी कारों का मालिक, विदेशों में घूमने का शौकीन

जयपुर के दूदू में कार्यरत पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन ने आय से अधिक संपत्ति इकट्ठा कर रखी थी। एसीबी ने छापे में लग्जरी कारों सहित करोड़ों की संपत्ति जब्त की है। दरअसल, इस सरकारी इंजीनियर का नाम हरिप्रसाद मीणा बताया जा रहा है। एसीबी ने हरिप्रसाद मीणा के जयपुर सहित पांच ठिकानों पर छापेमारी की।

सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) हरिप्रसाद मीणा के यहां एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने छापेमारी की है। जयपुर में मौजूद इस इंजीनियर के पास वाकई करोड़ों की प्रॉपर्टी मिली है। इसे लेकर एसीबी के एडिशनल एसपी ने जानकारी दी है कि सरकारी इंजीनियर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिली थी, जिसके बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया। अब तक आरोपी के पास से दो ऑडी कार सहित करीब 2 करोड़ की गाड़ियां मिली हैं।

अधिकारियों के मुताबिक, हरिप्रसाद मीणा ने अपनी आय से लगभग 200 प्रतिशत ज्यादा की संपत्ति अर्जित की है, जिसके चलते वे अब सवालों के घेरे में आ गए हैं। उनके पास से दो लग्जरी ऑडी कार, एक स्कॉर्पियो, एक फोर्ड एंडेवर और एक रॉयल एनफील्ड बाइक भी मिली है। इन सभी की अनुमानित कीमत लगभग 2 करोड़ रुपए आंकी गई है।

विदेश यात्राओं और महंगे होटलों पर भी बड़ा रुपया खर्च किया

हरिप्रसाद मीणा ने विदेश यात्राओं और महंगे होटलों पर भी बड़ा रुपया खर्च किया है। उन्होंने इनमें रुकने के लिए करीब 45 लाख रुपए का खर्च किया है। इसके अलावा, जयपुर में महल रोड स्थित यूनिक एम्पोरिया और यूनिक न्यू टाउन अपार्टमेंट में उनके तीन फ्लैट भी मिले हैं, जिनकी अनुमानित कीमत लगभग डेढ़ करोड़ रुपए बताई गई है। इतना ही नहीं, दौसा जिले की लालसोट तहसील स्थित गांव बगड़ी में उनका एक लग्जरी फार्महाउस भी बताया गया है। वहीं इस मामले में एसीबी जांच कर रही है। हरिप्रसाद मीणा और उनके परिवार के 19 बैंकों में खाते मिले हैं। इन खातों के जरिए हरिप्रसाद मीणा ने करोड़ों रुपए का लेन-देन किया है।

करोड़ों रुपए का बैंकों से लोन लिया

जानकारी के मुताबिक, हरिप्रसाद मीणा के पास जो संपत्तियां पाई गई हैं, उन पर उन्होंने करोड़ों रुपए का बैंकों से लोन लिया था, लेकिन इस लोन को उन्होंने बहुत ही कम समय में चुका दिया। एसीबी ने उनके पांच ठिकानों पर तलाशी ली है, जिनमें यूनिक एम्पोरिया, यूनिक न्यू टाउन, गांव बगड़ी, कार्यालय, फ्रेंड्स कॉलोनी, नरेना रोड स्थित किराए का मकान शामिल हैं। इस छापेमारी की कार्रवाई में हरिप्रसाद मीणा के यहां कई एग्रीकल्चर जमीनों के डॉक्यूमेंट भी पाए गए हैं। इन जमीनों को खरीदने के लिए हरिप्रसाद मीणा ने बैंकों से लोन लिया था। जानकारी के मुताबिक, सरकारी नौकरी में आने से अब तक वे करीब चार करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी जमा कर चुके हैं।


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Rishabh Namdev

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मैंने श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर से जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। मैं पत्रकारिता में आने वाले समय में अच्छे प्रदर्शन और कार्य अनुभव की आशा कर रहा हूं। मैंने अपने जीवन में काम करते हुए देश के निचले स्तर को गहराई से जाना है। जिसके चलते मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार बनने की इच्छा रखता हूं।

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