नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। दुनिया पर बीमारियों का साया एक के बाद एक लगातार बढ़ता जा रहा है। जहां एक तरफ कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी थी और अब भी यह पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। वहीं अब तीन और नई बीमारियों ने दस्तक दे दी है, जिससे WHO की चिंता बढ़ गई है। यह तीन नई बीमारियां हैं – मंकीपॉक्स, हेपेटाइटिस और टोमेटो फ्लू, जो कई देशों में अपने पांव पसार रही है। आइए जानते हैं इन बीमारियों के बारे में–
यह भी पढ़ें – दिल्ली : प्रधानमंत्री मोदी आज करेंगे देश के सबसे बड़े ड्रोन महोत्सव का उद्घाटन
टोमेटो फ्लू– यह एक प्रकार का वायरल बुखार है जिसे टोमेटो फीवर नाम से भी जाना जाता है। यह बीमारी 5 साल से कम उम्र के बच्चों को अपनी चपेट में ले रही है। इस संक्रमण से शिकार बच्चों के शरीर पर टमाटर जैसे लाल रंग के दाने हो जाते हैं, इसीलिए इसे टोमेटो फ्लू बोला जाता है। इन दानों में खुजली और जलन होती है, साथ ही बुखार भी आता है। इस संक्रमण के शिकार बच्चों के शरीर और जोड़ों में दर्द भी होता है। इसके अलावा इंफेक्शन से बच्चे के डाइजेशन खराब हो जाता है, जिससे उनमें डिहाइड्रेशन की समस्या भी हो जाती है। यह बीमारी भारत में भी अपने कदम रख चुकी है। केरल के कोल्लम में 5 साल से कम उम्र के 80 बच्चों को इस बीमारी से संक्रमित पाया गया है।
यह भी पढ़ें – Madhya Pradesh: शिवराज सरकार की बड़ी तैयारी, 35641 गांवों को जल्द मिलेगा लाभ
मंकीपॉक्स – मंकीपॉक्स एक प्रकार का दुर्लभ जूनोसिस संक्रमण है, जो पहली बार 1958 में बंदरों में पाया गया था और इसका पहला मामला 1970 में दर्ज किया गया था। वैसे तो यह रोग मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका क्षेत्रों में होता है लेकिन अब यह दुनिया के और देशों में भी फैलने लगा है। यह बीमारी पॉक्सविरिडे परिवार से है। चेचक पैदा करने वाले वायरस भी इसी परिवार से संबंध रखते हैं।
यह भी पढ़ें – MP: शिवराज सरकार का बड़ा तोहफा, पुजारियों को मिलेगा 5000 तक मानदेय, आदेश जारी
हेपेटाइटिस – बच्चों में हेपेटाइटिस नाम का संक्रमण भी फैलता जा रहा है। अनएक्सप्लेंड एक्यूट हेपिटाइटिस के मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें संक्रमित के लीवर में सूजन हो जाती है और सूजन की वजह से खून में लीवर एंजाइम की मात्रा बढ़ जाती है। इसके कारण पेट में दर्द, उल्टी और दस्त के बाद पीलिया भी हो जाता है। इस बीमारी के लक्षणों में आंखों का सफेद भाग और त्वचा का पीला हो जाना, हल्के रंग का मल आना, गहरे रंग का पेशाब आना, भूख ना लगना,थकान और जोड़ों का दर्द शामिल है।